जीत से बढ़ा ममता बनर्जी का हौसला, सर्टिफिकेट से हटवा दी पीएम मोदी की तस्वीर
केंद्र और बंगाल सरकार एक दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, मुख्य सचिव विवाद के बाद अब सीएम ममता बनर्जी से पीएम मोदी की फोटो को हटवा दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद अब सीधे पीएम मोदी स टक्कर दे रही है। वह मुखर होकर केंद्र सरकार के फैसलों का विरोध करती आई हैं, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी का हौसला और बढ़ गया है। ममता बनर्जी ने अपने राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की तस्वीर हटवाकर अपनी फोटो लगवा दी है। हालांकि ममता बनर्जी अकेले ऐसी सीएम नहीं है जो वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री की फोटो को हटवाई हों, इससे पहले भी छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने राज्य से पीएम मोदी की तस्वीर को हटावा दिया था। जिससे ममता बनर्जी को और हौसला मिला है और केंद्र सरकार को सीधे चुनौती दे रही है। वहीं बीजेपी ममता बनर्जी के इस कदम की आलोचना की है।
दरअसल इस वक्त देशभर में कोरोना महामारी को लेकर टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। वैक्सीन लगाने के बाद जो सर्टिफिकेट दिया जाता है, जिसमें टीका लगवाने वाली की पूरी डिटेल होती है। इस सर्टिफिकेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी होती है। बस इसी बात को लेकर ममता बनर्जी नाराज हैं, उन्होंने पश्चिम बंगाल इन सर्टिफिकेट पर अपनी फोटो लगवानी शुरू कर दी है। जिसका बीजेपी विरोध कर रही है।
विधानसभा चुनाव में भी उठा था मुद्दा
बता दें विधानसभा चुनाव के दौरान भी ये विवाद उठा था। टीएमसी ने वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की फोटो को लेकर बीजेपी और पीएम मोदी की आलोचना की थी। बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी। टीएमसी ने वैक्सीनेशन के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर को आचार संहिता का उल्लंघन बताया था।
टीएमसी के फैसले पर भड़की बीजेपी
वहीं ममता बनर्जी के इस फैसले पर बीजेपी भड़क गई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्या का कहना है कि टीएमसी पीएम पद की गरिमा स्वीकार नहीं कर रही है। टीएमसी एक अलग निर्भर देश की तरह बर्ताव कर रही है। टीएमसी ये मानने को तैयार ही नहीं है कि वे लोग जहां हैं वो भारत का राज्य हैं। बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी के सौगत रॉय ने कहा पहले बीजेपी वालों ने किया है अगर वो ऐसा कर सकते हैं तो हमारी तरफ से भी ऐसा किया जा सकता है। वो ऐसा नहीं करते तो हम भी ऐसा नहीं करते।
छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब ने भी हटाई फोटो
अकेले पश्चिम बंगाल सरकार ऐसी नहीं है जिसमें पीएम मोदी की फोटो वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटाई हो। इससे पहले भी तीन राज्यों ने सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की तस्वीर हटा चुके हैं। जिसमें कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड की सोरेन सरकार ने ने प्रधानमंत्री की फोटो हटाई थी।
मुख्य सचिव के लेकर भी हुआ था टकराव
दरअसल बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने बीते सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया। ममता बनर्जी ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त किया है। 31 मई को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था, लेकिन राज्य सरकार के अनुरोध पर कुछ दिन पहले ही केंद्र ने बंद्योपाध्याय को तीन महीने का सेवा विस्तार दिया था। इस बीच, यास चक्रवात के बाद 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के दौरान बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व मुख्य सचिव के आधे घंटे देरी से पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही केंद्र ने बंद्योपाध्याय को वापस दिल्ली बुलाने का आदेश जारी कर दिया और 31 मई की सुबह 10 बजे तक उन्हें रिपोर्ट करने का निर्देश दिया, लेकिन वे नहीं गए। सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर इस निर्णय को असंवैधानिक बताते हुए पहले ही साफ कर दिया कि वह मौजूदा परिस्थिति में मुख्य सचिव को कार्यमुक्त नहीं करेंगी। इसको लेकर केंद्र के साथ काफी टकराव बढ़ गया था और बंद्योपाध्याय ने सेवा विस्तार की बजाय सोमवार को रिटायरमेंट लेने का फैसला किया।
अलापन बंद्योपाध्याय मुख्य सलाहकार नियुक्त
वहीं, मुख्य सचिव को केंद्र द्वारा वापस बुलाने के निर्णय के बाद प्रतिष्ठा की इस लड़ाई के बीच ममता ने बंद्योपाध्याय को तीन साल के लिए अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया है। ममता ने खुद इसकी जानकारी देते हुए मुख्य सचिव के तबादले के निर्देश पर केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि अलापन बंद्योपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट लेने का निर्णय किया है। वह उनके मुख्य सलाहकार होंगे, जबकि गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को राज्य का अगला मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया था।