सिसोदिया का आरोप, केंद्र ने दिल्ली को कोवैक्सीन देने से किया इनकार
मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर केंद्र पर वैक्सीन की सप्लाई में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना वायरस (Corona Virus) कहर के बीच महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान (Vaccination Program) जारी है। भारत में टीकाकरण का तीसरा चरण एक मई से शुरू हुआ है, लेकिन कई राज्यों में अभी भी वैक्सीन का संकट बना हुआ है। कई राज्यों में या तो देर से वैक्सीनेशन (Vaccination) शुरू किया गया, या तो फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। साथ ही जहां पर टीकाकरण जारी है, उन राज्यों में टीके की कमी की शिकायतें आ रही हैं।
इस बीच दिल्ली में वैक्सीन पर तकरार शुरू हो गई है। राजधानी के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) ने आज एक बार फिर से केंद्र पर वैक्सीन की सप्लाई में बाधा डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि केंद्र द्वारा अब भी यह तय किया जा रहा है कि किस राज्य को कितनी वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन की आपूर्ति न होने से राजधानी में कई सेंटर्स बंद करने पड़े हैं।
अब केवल कोविशिल्ड के सेंटर चल रहे
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो चुका है। कोविशिल्ड के जो सेंटर थे वे चल रहे हैं, जबकि कोवैक्सीन के सेंटर हमें बंद करने पड़े हैं। 17 स्कूलों में 100 से ज्यादा कोविशील्ड के सेंटर बंद करने पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने कल चिट्ठी लिखकर हमें वैक्सीन देने से इंकार कर दिया क्योंकि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। चिट्ठी में लिखा है कि हम संबंधित सरकार के अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक, राज्यों को टीका दे रहे हैं। जितना केंद्र कह रहा है, उससे अधिक वैक्सीन नहीं दे सकते। कोवैक्सीन की सप्लाई अब दिल्ली में बंद है। हमने उनसे 67 लाख टीके मांगे थे।
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में अब कोवैक्सीन की आपूर्ति बंद है, अन्य राज्यों को वैक्सीन कैसे दी जा रही है, ये नहीं पता। लेकिन हमें कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक की ओर से साफ कह दिया गया है कि आपको वैक्सीन नहीं दे सकते।
राष्ट्र की सरकार की भूमिका निभाए केंद्र
उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से फिर से आग्रह करूंगा कि वह एक राष्ट्र की सरकार की भूमिका निभाएं। यह उचित नहीं है कि राज्य इंटरनेशन मार्केट में जाकर टेंडर निकालें। सिसोदिया ने कहा कि एक्सपोर्ट बंद किया जाए और वैक्सीन कंपनियों से फॉर्मूला लेकर अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने की छूट दी जाए।