अब इस राज्य में कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका, पूर्व CM और कई विधायकों के पार्टी छोड़ने की अटकलें
Meghalaya Congress: कांग्रेस पार्टी को जल्द ही एक और बड़ा झटका लग सकता है। मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और करीब एक दर्जन कांग्रेस विधायक जल्द ही टीएमसी का दामन थाम सकते हैं।
Meghalaya Congress: विभिन्न राज्यों में संकट का सामना कर रही कांग्रेस को अब मेघालय में भी बड़ा झटका लग सकता है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी ने मेघालय में कांग्रेस में सेंध लगाने की तैयारी कर ली है। जानकार सूत्रों का कहना है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और करीब एक दर्जन कांग्रेस विधायक जल्द ही टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। मौजूदा समय में विधानसभा में विपक्ष के नेता संगमा पार्टी नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे हैं।इसी कारण उनके टीएमसी में शामिल होने की अटकलें काफी तेज हो गई हैं।
नेतृत्व से नाराज हैं संगमा
इससे पहले संगमा के कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की खबरें चर्चा में आई थीं । मगर संगमा ने अभिषेक बनर्जी से मुलाकात का खंडन किया था। वैसे संगमा के रुख को देखकर साफ है कि वे कोई अलग सियासी खिचड़ी पकाने में जुटे हुए हैं।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से पिछले दिनों लोकसभा सांसद विंसेंट एच पाला को पार्टी की मेघालय इकाई का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। नेतृत्व की ओर से उठाए गए इस कदम पर संगमा ने खुलकर नाराजगी जताई थी। पार्टी की ओर से आयोजित दो प्रमुख कार्यक्रमों में भी उन्होंने शिरकत नहीं की थी। उनके साथ ही गोरा हिल्स क्षेत्र से जुड़े विधायक भी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। संगमा के इस रुख के बाद उन्हें लेकर अटकलों का बाजार गरम हो गया है।
सुष्मिता के दौरे के बाद चर्चाएं हुईं तेज
महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस से इस्तीफा देकर टीएमसी का दामन थामने वाली सुष्मिता देव ने हाल में मेघालय की यात्रा की थी। सुष्मिता की इस यात्रा के बाद संगमा के दलबदल की चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं। सुष्मिता ने पिछले अगस्त महीने में कांग्रेस से इस्तीफा देकर टीएमसी का दामन थामा था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुष्मिता देव को नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों मैं टीएमसी को मजबूत बनाने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। सुष्मिता ने इसी सिलसिले में मेघालय का दौरा किया था। माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं से आगे की बातचीत के बाद संगमा की ओर से पार्टी छोड़ने की घोषणा की जा सकती है।
पार्टी के विस्तार में जुटी हैं ममता
पश्चिम बंगाल की सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने के बाद ममता बनर्जी अन्य राज्यों में अपनी पार्टी का विस्तार करने की कोशिश में जुटी हुई हैं। उनकी कोशिश पहले छोटे राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने की है। इस सिलसिले में टीएमसी की ओर से भाजपा और कांग्रेस में सेंधमारी की कोशिश की जा रही है। अभी दो दिन पूर्व गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लुइजिन्हो फलेरियो ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर टीएमसी का दामन थाम लिया। फलेरियो को टीएमसी में शामिल करने के लिए पार्टी की ओर से कोलकाता में कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी पिछले दिनों भाजपा छोड़कर टीएमसी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। इससे पहले ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कई भाजपा विधायकों को भी टीएमसी में शामिल कर चुकी हैं। अब उनकी नजर मेघालय पर टिकी है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में यहां टीएमसी की ओर से कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी की जा सकती है।