PM Modi security lapse: पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला और गंभीर हुआ, सतलुज से पाकिस्तानी नाव बरामद, सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटीं
PM Modi security lapse case: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के सुरक्षा में हुई चूक का मामला अब और गंभीर हो गया है। पंजाब के फिरोजपुर जिले (Firozpur District) में पाकिस्तानी नाव (Pakistani boat) की बरामद की गई है।
New Delhi: पंजाब के फिरोजपुर जिले (Firozpur District) में पाकिस्तानी नाव (Pakistani boat) की बरामदगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के सुरक्षा में हुई चूक के मामले को और गंभीर बना दिया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) (Border Security Force) की ओर से सतलुज नदी (Sutlej River) में इस पाकिस्तानी नाव को बरामद किया गया। सतलुज नदी में खड़ी मिली पाकिस्तानी नाव पूरी तरह से खाली थी और इस पर कोई भी सवार नहीं मिला है।
अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि इस पाकिस्तानी नाव पर कौन लोग सवार थे और आखिर में कहां लापता हो गए। फिरोजपुर जिले के जिस इलाके में इस नाव को बरामद किया गया है, उसी के पास बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला (Prime Minister Narendra Modi's convoy) रुका था। पाकिस्तानी नाव की बरामदगी से हड़कंप मच गया है और पीएम की सुरक्षा में चूक का मुद्दा और भी गंभीर हो गया है। अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
नाव पर सवार लोगों का पता नहीं
सीमा सुरक्षा बल की ओर से सतलुज नदी से बीओपी डीटी मल के पास से इस पाकिस्तानी नाव को बरामद किया गया है। अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि इस पाकिस्तानी नाव पर कितने लोग सवार थे और आखिर वे कहां गए। पाकिस्तानी नाव उसी स्थान से बरामद की गई है जहां से सतलुज नदी पाकिस्तान से भारत में प्रवेश करती है। यह इलाका तस्करी के लिए भी जाना जाता है और पूर्व में कई बार तस्करों का गिरोह इसी स्थान से पकड़ा जा चुका है। कई तस्कर हेरोइन के साथ भी पकड़े गए हैं। पाकिस्तान की ओर से इस इलाके में हथियारों की तस्करी भी की जाती रही है।
इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू (search operation in the area)
पाकिस्तानी नाव की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं क्योंकि इस इलाके में प्रधानमंत्री का काफिला बुधवार को फंसा था। पाकिस्तानी नाव की बरामदगी के बाद बीएसएफ की ओर से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से भी यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं कुछ लोग इस नाव पर सवार होकर भारतीय सीमा में तो नहीं आए हैं।
नाव पर सवार लोगों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है। इस मामले को पाकिस्तान की ओर से नशीली चीजें और हथियार भेजने की कोशिश से जोड़कर भी देखा जा रहा है। आसपास के इलाके में लोगों के पैर के निशान खोजने की भी कोशिश की जा रही है। 2018 में भी इस इलाके से पाकिस्तानी नाव बरामद की गई थी।
पाकिस्तान की सीमा से सटे होने के कारण फिरोजपुर को काफी संवेदनशील जिला माना जाता रहा है। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी का काफिला जिस फ्लाईओवर पर फंसा था, वहां से भी पाकिस्तान का बॉर्डर ज्यादा दूर नहीं है। इस इलाके में पहले भी टिफिन बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ बरामद किए जा चुके हैं।
केंद्रीय टीम ने भी किया इलाके का दौरा
पंजाब के फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के साथ हुई चूक के मामले की केंद्रीय टीम की ओर से शुक्रवार को जांच शुरू कर दी गई। गुरुवार को देर रात केंद्र सरकार की ओर से इस टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने उस इलाके का भी दौरा किया जहां पर प्रधानमंत्री का काफिला करीब 20 मिनट तक फंसा हुआ था। टीम की ओर से पंजाब पुलिस के शीर्ष अफसरों को भी मौके पर ही तलब किया गया था।
इस बीच पंजाब सरकार की ओर से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के मसले पर केंद्र सरकार को जवाब भेज दिया गया है। गृह मंत्रालय की ओर से पंजाब सरकार से इस मामले में जवाब तलब किया गया था। पंजाब के मुख्य सचिव की ओर से भेजे गए जवाब में यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार की ओर से भी इस मामले की गहराई से पड़ताल की जा रही है और इसकी जांच रिपोर्ट भी जल्द ही मिलने की उम्मीद है।
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