राहत की खबर: अप्रैल के अंत तक विकसित होगी एंटीबॉडी, कोरोना से होगा बचाव
स्टडी के अनुसार, जो लोग संक्रमित हो रहे है उनमें से 28 प्रतिशत लोगों में संक्रमण के माध्यम से प्रतिरोधक क्षमता मिलेगी।
नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। एक स्टडी के माध्यम से खुलासा हुआ कि भारत में जिस तेजी के साथ कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से खत्म भी होगा। यह बात क्रेडिट सुसे की स्टडी में कही गई है।
क्रेडिट सुसे के स्टडी के मुताबिक यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में अप्रैल के अंत तक 4 फीसदी तक एंटीबॉडी (Antibody) विकसित हो जाएगी। साल 2020 के अंत में 21 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी (Antibody) विकसित हुई थी। स्टडी में ये भी कहा गया है कि कोरोना वैक्सीनेशन के माध्यम से 12 प्रतिशत लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, जिससे संक्रमण से मारने वालों की संख्या कम हो जाएगी और करीब 40 प्रतिशत लोग कोरोना के खतरे से बाहर होगें।
कोरोना से मरने वाली की उम्र 50 साल से अधिक
स्टडी के अनुसार, जो लोग संक्रमित हो रहे है उनमें से 28 प्रतिशत लोगों में संक्रमण के माध्यम से प्रतिरोधक क्षमता मिलेगी। बाकी 13 प्रतिशत लोग ऐसे होगें जो कोरोना वैक्सीनेशन का पहला डोज ले चुके होगें। इतना ही नहीं, इसमें ये भी कहा गया है कि कोरोना से मरने वाले ऐसे 87 प्रतिशत लोग है जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है।
इन राज्यों में कोरोना का खतरा
वहीं लांसेट कोविड-19 आयोग ने चेतावनी दी है, "भारत में यदि कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए तत्काल समुचित कदम नहीं उठाए गए तो जून 2021 के पहले सप्ताह तक देश में प्रतिदिन 1,750 से 2,320 मौतें होंगी।" आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, गुजरात और मध्य प्रदेश पर पड़ेगा। फरवरी की शुरूआत में यहां 10 हजार केसेस पाए जा रहे थे, लेकिन अब 10 अप्रैल को कोरोना के 1,52,565 नए मामले पाए गए थे। ऐसे में सभी राज्यों को एहियात बरतना बेहद ही जरूरी है।