ED Raid On Xiaomi: आइये जाने क्यों चाइनीज कंपनी Xiaomi पर हुई कार्रवाई, 5000 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त

ED Raid On Xiaomi: चीनी कंपनी के बेंगलुरू स्थित दफ्तर पर ईडी ने छापा मारा (ED raid on company Xiaomi) है। जांच एजेंसी ने कंपनी के हजारों करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-04-30 19:21 IST

चाइनीज कंपनी Xiaomi पर ईडी का छापा: Photo - Social Media

Bangalore: देश के स्मार्टफोन बाजार (Smartphone Market In India) पर अपना धाक जमाने वाली दिग्गज चाइनीज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी शाओमी (Chinese smartphone maker Xiaomi) पर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। चीनी कंपनी के बेंगलुरू स्थित दफ्तर पर ईडी ने छापा मारा (ED raid on company Xiaomi) है। जांच एजेंसी ने कंपनी के हजारों करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। चीनी मोबाइल कंपनी पर अपनी कमाई को गैरकानूनी तरीके से भारत से बाहर भेजने का आरोप है। कंपनी ने ये हेराफरी इसी साल के फरवरी महीने में की है, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

5 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate) ने फेमा के तहत शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमटेड के 5,551 करोड़ रूपये जब्त किए हैं। जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने ये पैसे कई अलग –अलग बैंकों में जमा किए थे। इस चीनी कंपनी पर फेमा के साथ –साथ धनशोधन का आऱोप भी है। शाओमी इंडिया ने 2014 में भारत में काम करना शुरू किया था। आपको बता दें कि शाओमी इंडिया चीन स्थित शाओमी समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।

ईडी का आरोप

शाओमी इंडिया (Xiaomi India) ने 2015 से अपनी पैरेंट कंपनी को पैसे भेजना शुरू किया। कंपनी ने विदेशी कंपनियों को कुल 5,551.27 करोड़ रूपये भेजे। ईडी का कहना है कि कंपनी ने इतनी बड़ी रकम रॉयल्टी चुकाने के आड़ में भेजी। इसमें एक विदेशी कंपनी शाओमी समूह की है जबकि दो अन्य़ कंपनियां यूएस की है, मगर इनका भी अंतिम फायदा शाओमी की कंपनियों को ही मिला। ईडी का आरोप है कि कंपनी रॉयल्टी (company royalties) के नाम पर इस तरह के बड़ी राशि की हेराफेरी चीन में स्थित अपनी पैरेंट कंपनी के इशारे पर ही कर रही थी।

फर्जी दस्तावेज बनाकर रॉयल्टी के नाम पर खेल

जांच एजेंसी ने कहा कि शाओमी इंडिया भारत में ही स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों से पूरी तरह बने हुए हैंडसेट को खरीदती है। कंपनी ने विदेश में काम करने वाली इन तीनों कंपनियों से कोई सेवा नहीं ली, जिसके नाम पर उसने मोटी रकम ट्रांसफर की। शाओमी इंडिया ने फर्जी दस्तावेज बनाकर रॉयल्टी के नाम पर इन कंपनियों को मोटी रकम भेजी। कंपनी की ये करतूत FEMA की धारा-4 का उल्लंघन है। प्रवर्तन निदेशालय का यह भी कहना है कि कंपनी ने विदेश में पैसे से ट्रांसफर करने के दौरान बैंकों को गलत एवं भ्रामक जानकारियां दी ।

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