टैक्सी बनीं डायल 100 की गाड़ियां, यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सिपाही कर रहे अवैध कमाई
लखीमपुर खीरी: सरकार ने यूं तो डायल 100 जरुरतमंदों की मदद के लिए पुलिस विभाग को सौंपी थी, लेकिन विभाग सरकार की मंशा से कुछ आगे ही बढ़कर काम कर रहा है। पहले तो यह गाड़ी अपराधिक घटनाओं एवं दुर्घटनाओं के पीड़ितों तक पहुंचने के लिए ही जानी जाती थी, मगर अब इस गाड़ी का प्रयोग सवारी को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में किया जाने लगा है।
-बता दें कि पिछली प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डायल 100 गाड़ियों की सौगात पुलिस महकमे में दी थी।
-डायल 100 का प्रयोग बस आकस्मिक होने वाली अपराधिक घटनाओं में पीड़ित तक पहुंचना मात्र था।
-लेकिन अब इसका प्रयोग सवारी को लाने ले जाने के लिए होने लगा है।
-इसकी नजीर कोतवाली सदर क्षेत्र में उस समय नजर आई, जब डायल 100 की एक गाड़ी स्टैंड के पास खड़ी थी।
-डायल 100 की गाड़ी में मौजूद सिपाही ने कहीं जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे यात्रियों को बुलाया और भाड़ा तय करके अपनी गाड़ी में बैठा लिया।
-हैरत की बात यह है कि जब यूपी में सुरक्षा के लिए लगी डायल 100 की गाड़ियां टैक्सी में चलने लगेंगी, तो जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारियां आखिर किसके कंधों पर होगी?
पहले भी लग चुका है पुलिसकर्मियों पर आरोप
-बताते चलें कि पहले भी डायल 100 में कार्यरत कुछ सिपाहियों पर अवैध वसूली का आरोप लग चुका है।
-डायल 100 में लगे सिपाही आए दिन वाहन चेकिंग के नाम पर जनता से वसूली कर चुके हैं।
-एक प्रेस वार्ता में नवागत एसपी शिवाशिम्पी चिन्पपा ने भी कहा था कि यदि डायल 100 के सिपाही अवैध वसूली कर रहे हैं, तो उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
-जल्द ही डायल 100 के सिपाहियों के साथ एक बैठक कर उनको कड़े निर्देश दिए जाएंगे।
आगे की स्लाइड में देखिए किस तरह पुलिस वालों ने डायल 100 को बनाया टैक्सी
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