हरदोई : यहां एक दरोगा ने खाकी के साथ-साथ इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। पहले उसने एक अनाथ युवती को शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया और लगातार तीन साल तक उससे शारीरिक संबंध बनाए रखा और जब उसके बेटी पैदा हुई तो दरोगा का मोह भंग हो गया। उसने युवती से संबंध तोड़ लिए। वह बीमार हालत में बेटी को गोद लेकर एसपी के पास पहुंची। एसपी ने दरोगा के विरुद्ध न सिर्फ एफआईआर दर्ज कराई बल्कि दरोगा को सस्पेंड करते हुए युवती को इलाज के लिए लखनऊ भेजा।
चाचा-चाची ने घर से निकाला
मिली हुई जानकारी के अनुसार, बेबर चौराहा जनपद मैनपुरी की रहने वाली बलात्कार पीड़िता के माता-पिता की मौत बचपन में ही गयी थी और चाचा चाची ने घर से निकाल दिया। भूखी प्यासी वह जनपद मैनपुरी मे स्टेशन पर भटक रही थी तभी उसकी मुलाकात हरदोई जनपद के थाना हरपालपुर क्षेत्र के ग्राम खसौरा निवासी किसी सह्रदय व्यक्ति से हो गयी जो सहानुभूति पूर्वक उसे अपने साथ अपने घर ले गया। अपनी पुत्री की तरह उसे अपने घर मे रखने लगा इसके बाद उसने अपने गाँव के इंटर कालेज के अध्यापक से उसका परिचय करवाया।
कालेज के सभी अध्यापकों सहित समाज के अच्छे भले इंसानों ने बच्ची की कुशाग्र बुद्धि को देखते हुए उसे शिक्षित करने का संकल्प लिया जिससे वही पर इंटरमीडिएट तक की पास करने मे सफल हो गयी। बताया गया है कि इंटर तक की पढाई पूरी करने के बाद उसके आग्रह करने पर एक अध्यापक आदि ने उसका सहयोग किया और उसका महाराणा प्रताप महाविद्यालय हरदोई मे दाखिला करा दिया एंव रहने की व्यवस्था भी हरदोई में मे करा दी।
दरोगा से हुए परिचय ने बर्बाद की जिंदगी
अनाथ बालिका जहां भी रही अच्छे चाल-चलन चरित्र के चलते सभी लोग उसके शुभचिन्तक बन गए। अब इसे उसकी बदकिस्मती कहे या विवशता कि उसका सम्पर्क दारोगा राजेश यादव से हो गया। राजेश ने उसे बहला फुसलाकर उसकी पूरी मदद कर उच्च शिक्षा प्राप्त कराने का आश्वासन दिया जिससे वह उसके झाँसे मे आ गयी किन्तु कुत्सित मानसिकता से ओतप्रोत उपनिरीक्षक ने अपनी योजनानुसार उसे विश्वास में लेकर उसके साथ बलात्कार किया।
उसे वर्दी का खौफ दिखाया साथ ही साथ बहला-फुसलाकर बार-बार उसका रेप करता रहा वह उसका विरोध न कर सकी साथ ही गर्भवती हो गई। उसने एक बच्ची को जन्म दिया। अब वह दरोगा उससे दूरी बनाने लगा। हालांकि उसने इस दौरान उसको कई बार पत्नी की तरह रखकर खर्चे के पैसे भी दिए लेकिन दूरी बनाए रखी।
एसपी ने सुनी पुकार, दरोगा सस्पेंड
पूरी तरह से थक-हार चुकी पीड़िता कई बार मंझिला थाने भी गई थी, जहां दरोगा तैनात है लेकिन दरोगा ने उसे चलता कर दिया जिसके बाद वह अपनी बेटी को लेकर एसपी विपिन कुमार मिश्रा के पास पहुंची और आपबीती सुनाई।
एसपी ने न सिर्फ मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई बल्कि दरोगा को सस्पेंड भी किया एसपी के मुताबिक़, दरोगा का निलंबन हो चुका है वहीँ पीड़िता को इलाज के लिए भेजा गया है। बताया जाता है कि पीड़िता का इलाज लखनऊ में चल रहा है।