लखनऊ: यूपी में आम लोग तो छोड़िये सीनियर पुलिस अफसर भी धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। एडीजी ज़ोन बरेली प्रेम प्रकाश के साथ फर्ज़ीवाड़े का मामला सामने आया है। टॉय ड्रोन मंगवाने के लिए एडीजी ने आन लाईन पेमेन्ट के ज़रिये आर्डर किया था। लेकिन जब पेटीएम ने डिलीवरी नहीं की और लंबे वक़्त तक गुमराह किया तो एडीजी को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। पंद्रह दिनों तक आन लाईन पेमेन्ट के लिए सब से ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले ऐप पीटीएम के दफ़्तर में फोन मिला कर थक हार एडीजी ने बरेली शहर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुक़दमा दर्ज कराया है।
एडीजी ने मंगाया टॉय ड्रोन पेटीएम की ठगी
जिस यूपी पुलिस के कन्धों पर आम लोगों को अपराधियों और ठगों से बचाने की ज़िम्मेदारी है, वही अफ़सर ठगी और धोखाधड़ी का शिकार होने लगे हैं।बरेली ज़ोन के एडीजी प्रेम प्रकाश के कन्धों पर बरेली, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, बिजनौर, अमरोहा, रामपुर और संभल जैसे हैवीवेट ज़िलों की क़ानून व्यवस्था और आम लोगों को धोखाधड़ी से बचाने की ज़िम्मेदारी है। लेकिन एडीजी साहब खुद ही धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं।
एडीजी बरेली प्रेम प्रकाश प्रेम प्रकाश ने बताया कि उन्होंने पेटीएम से अपने बच्चों के लिए दो टॉय ड्रोन मंगवाए थे। लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद उनके पास ड्रोन नहीं पहुंचे। पिछले पंद्रह दिनों से प्रेम प्रकाश लगातार पेटीएम को मेसेज कर रहे थे और फोन भी कर रहे थे। लेकिन पेटीएम के अफसरों ने आम लोगों की तरह एडीजी साहब की बात को भी अनसुना कर दिया।
बरेली शहर कोतवाली में दर्ज हुआ मुक़दमा
राजधानी समेत कई महत्वपूर्ण ज़िले में पुलिस कप्तान रहे प्रेम प्रकाश को जब उन के साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने पेटीएम और गति कोरियर के श्याम सिंह और कुशल सिसोदिया के खिलाफ अमानत में खयानत, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत बरेली शहर कोतवाली में मुक़दमा दर्ज कराया गया है। इससे पहले एडीजी ज़ोन बरेली प्रेम प्रकाश ने गति कोरियर के एक्ज़िकेटिव श्याम सिंह बात तो उन्होंने अपने सीनियर कुशल सिसोदिया से फोन पर बात कराई। एडीजी को बताया गया कि उन का कोरियर गलती से चेन्नई चला गया है। और शाम को स्टेटस पता चलेगा। इस बीच पेटीएम से मैसेज आया कि उनके कोरियर पार्टनर ने बताया कि आपने डिलेवरी लेने से मना कर दिया है। जिस के बाद पेटीएम की धोखाधड़ी से नाराज़ एडीजी ने मुक़दमा दर्ज करा दिया है।