Baghpat Suicide Case: अक्षय की आत्महत्या मामले में इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित
Baghpat Suicide Case: मुख्यमंत्री के खौफ की वजह से आरएसएस कार्यकर्ता के पुत्र अक्षय की आत्महत्या के मामले में एसपी ने इंस्पेक्टर समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।
Baghpat Suicide Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत जिले(Baghpat District) के बिनौली क्षेत्र में पुलिस उत्पीड़न (Police Harassment) के चलते राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ(RSS) कार्यकर्ता के पुत्र के आत्महत्या(Suicide) का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। सीमए योगी(CM Yogi) के दौरे के ठीक पहले एसपी(SP) ने मामले में तेजी दिखाते हुए इंस्पेक्टर समेत पांच लोगों को निलंबित(Suspended) कर दिया है।
बता दें कि आरएसएस बिनौली खण्ड संघचालक श्रीनिवास के बेटे अक्षय के सुसाइड का मामला अब गरमाता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खौफ की वजह से आरएसएस कार्यकर्ता के पुत्र अक्षय की आत्महत्या के मामले में एसपी ने इंस्पेक्टर समेत पांच लोगों को निलंबित कर दिया साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं। आपको बता दें कि ये सारी कार्रवाई मुख्यमंत्री के दौरे के ठीक पहले हुई है। सीएम योगी के दौरे की खबर सुनते ही एसपी ने आनन फानन में सात थानेदार बदल दिये, दो को लाइन हाजिर किया। और 30 पुलिसकर्मियों के तबादले भी हो गये। गया।
गौरतलब है कि आरएसएस बिनौली खण्ड संघचालक श्रीनिवास के बेटे अक्षय के सुसाइड का मामले को गंभारता पुलिस अधीक्षक ने श्रीनिवास की ओर से दी गयी तहरीर के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुएं इंस्पेक्टर बिनौली व एसएसआई समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिये जाने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी अभिषेक सिंह ने की बड़ी कार्यवाही करते हुए इंस्पेक्टर बिनौली चन्द्रकान्त पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, हेड कॉन्स्टेबल सलीम, कॉन्स्टेबल अश्वनी और मुरली को निलम्बित कर दिया।
उक्त प्रकरण में एसपी बागपत ने 13 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर भी किया था। बता दें कि पीड़ित परिजनों की तहरीर पर बिनौली थाने में दर्ज मुकदमा हुआ था। वहीं पुलिस के ख़ौफ़ से अक्षय के आत्महत्या करने की बात सामने आई थी।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य विनोद कुमार जैन एडवोकेट, राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष डॉ जगपाल तेवतिया ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की मांग की।