शादी के बाद भी नहीं सुधरा बहन का प्रेमी, गुस्साए भाई ने काट डाला हाथ
जिले के खोराबार थाना क्षेत्र में शादी के बाद अपने ससुराल रह रही महिला को बार-बार फोन कर परेशान करने वाले उसके प्रेमी का हाथ सोमवार (9 जनवरी) को उसके भाई ने काट लिया। गंभीर हालत में उसे पहले डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और बाद में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया।
गोरखपुर: जिले के खोराबार थाना क्षेत्र में शादी के बाद अपने ससुराल रह रही महिला को बार-बार फोन कर परेशान करने वाले उसके प्रेमी का हाथ सोमवार (9 जनवरी) को उसके भाई ने काट लिया। गंभीर हालत में उसे पहले डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और बाद में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया।
जानकारी के अनुसार, गोरखपुर जनपद के खोराबार थाना क्षेत्र की एक युवती गांव के ही एक युवक से प्रेम करती थी। सालभर पहले परिवारिक बंधनों को तोड़कर दोनों फरार हो गए। लगभग 2 महीने तक अज्ञात स्थानों पर रहने के दौरान जब युवक के परिजनों पर सामाजिक, पारिवारिक और पुलिस का दबाव पड़ा तो दोनों गांव में पंचायत के सामने हाजिर हो गए। वहां पंचायत में दोनों को अलग रहने की हिदायत और युवती के परिजनों को उसकी शादी करने की बात भी कही गई थी।
किशोरावस्था में हुई इस गलती को सुधारने के लिए युवती के परिजनों ने उसकी शादी 4 महिने पहले जनपद के सुदूर क्षेत्र में कर दी। शादी के बाद कथित प्रेमी राजमल ने रात में युवती से फोन पर बातें करना नहीं छोड़ा। कई बार युवती द्वारा फोन पर अपने प्रेमी से बात किए जाने की घटना से नाराज उसके ससुरालियों ने युवती के भाई को इस बाबत जानकारी देकर युवक को चेतावनी देने के लिए कहा।
पहले बहन की फरारी और पंचायत की बदनामी और अब शादी के बाद भी सुकून से जिंदगी नहीं जीने देने से गुस्साए युवती के भाई ने युवक की तलाश शुरू कर दी। सोमवार सुबह जब राजमल शौच कर वापस आ रहा था तो रास्ते में युवती के भाई ने उसे दबोच लिया। युवती के भाई ने बांके से राजमल के दोनों हाथ और पैर पर कई वार किए। इससे वह घायल हो गया। जब उसने राजमल के बाएं हाथ की कोहनी पर बांके का करारा प्रहार किया तो हाथ धड़ से अलग हो गया। जिसे लेकर आरोपी भाई फरार हो गया।
बगीचे में गंभीर हालत में जख्मी राजमल की चीख-पुकार सुनकर परिजनों ने मुकामी थाने पर खबर कर आनन-फानन में इलाज हेतु उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया। उसकी हालत गंभीर देख डॉक्टर्स ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां नाजुक हालत में उसका इलाज चल रहा है। हालांकि पुलिस को अभी तक पीड़ित पक्ष की तहरीर नहीं मिली है। इसलिए आरोपी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत नहीं है।