घोटालेबाज खा गए मूकबधिर बच्चों का खाना, डीएम ने पकड़ा लाखों का वारा न्यारा
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में मूकबधिर बच्चों के साथ धोखा किया जा रहा है। मूकबधिर बच्चों को पौष्टिक खाने के बजाए दाल और सब्जी दी जा रही थी। पौष्टिक खाने के नाम पर लाखो का गोलमाल किया जा रहा था। मामला जब जिलाधिकारी के पास पहुचा तो मूकबधिर बच्चो के साथ धोखा उन्होंने बर्दाश्त नही किया और तत्काल इस मामले जिम्मेदार अधिकारी के उपर कार्यवाही के निर्देश दे दिए। और साथ ही सीडीओ को मामले की जांच दी है उनका कहना है कि अगर इस मामले मे बीएसए भी जिम्मेदार है तो उनके उपर भी कार्यवाही के लिए लिखे।
ये है मामला
दरअसल यहां रोटी गोदाम मे मूक बधिर बच्चो का स्कूल चलता है। यहां पर सैंकड़ों मूकबधिर बच्चे पङने आते है। उनके खाने के लिए मीनू मे पौष्टिक खाना देने का प्रावधान है। जैसे दूध, फल, सलाद और मिठाई भी है। लेकिन ठेकादार पिंकू गुप्ता ये सब न खिलाकर बच्चो को रोज सब्जी दाल रोटी खिला रहे थे। इतना ही यहां की वार्डन भी पौष्टिक खाना न देने की शिकायत बीएसए विभाग से कर चुकी थी। लेकिन बीएसए ने इस पर कोई कार्यवाही नही की। लेकिन आज जब मीडियाकर्मियों ने इस खबर के मामले मे जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सीडीओ को मामले की जांच देकर कङी कार्यवाही के आदेश दिये है साथ ही बीएसए को आदेश दिए है कि जिस फर्म द्वारा बच्चो को खाना परोसा जा रहा था। उसको ब्लैक लिस्टेड करें और कोई भी भुगतान न हो। फिलहाल जिलाधिकारी की इस कार्यवाही से विभाग मे हङकंप मच गया।
जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान मे आने के बाद सीडीओ को जांच के आदेश दिए है और साथ ही बीएसए को फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने के भी आदेश दिए है। और कोई भी भुगतान फर्म को नही किया जाएगा। सीडीओ को ये भी निर्देश दिए है कि एक सप्ताह मे दो बार स्कूल जाकर खाने के बारे पता करें कि मीनू के आधार पर खाना दिया जा रहा है या नही।
इन मूक बधिर और असहाय बच्चों को शारीरिक विकास के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत होती है जिसके लिए सरकार इन बच्चोें के खाने पर लाखों रूप्या खर्च कर रही है। लेकिन इन असहाय बच्चों के हक पर घोटालेबजा अफसर और ठेकेदार उनके हक को डकार रहे है। फिल्हाल खाने के घोटाले के खुलासे के बाद यहां हर जिम्मेदार अफसर खुद को बचाने में जुटा है।