Ghaziabad Crime News: बुजुर्ग की पिटाई मामले में एक्शन, Twitter - राणा अय्यूब समेत 9 के खिलाफ FIR

Ghaziabad Crime News :गाजियाबाद में एक बुजुर्ग से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने ट्विटर समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया है। इन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है।

Reporter :  Bobby Goswami
Published By :  Shivani
Update: 2021-06-16 03:04 GMT

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Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद जिले के लोनी बॉर्डर थाने में Twitter inc. और टि्वटर कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड समेत 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि लोनी बॉर्डर इलाके में वायरल हुए एक वीडियो (Twitter Viral Video) के माध्यम से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। जिस पर ट्विटर ने कोई एक्शन नहीं लिया। वीडियो में दिखाई दे रहा था कि एक बुजुर्ग की पिटाई की जा रही है और बाद में बुजुर्ग की दाढ़ी भी काट (Bujurg Ki Dadhi Kati) दी जाती है। इस वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया।आरोपियों में कुछ स्थानीय कथित नेताओं का भी नाम है।

प्रेस रिलीज जारी होने के बाद भी नहीं डिलीट किया वीडियो

पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है। वादी का नाम उप निरीक्षक नरेश सिंह है। FIR में जो जानकारी है, उसे हम आपको संक्षेप में बता देते हैं। एफ आई आर के मुताबिक 2 दिन पहले जब वीडियो वायरल हुआ,तो उसको लेकर कुछ लोगों ने ट्विटर पर गलत तरह की अफवाह फैलाने की कोशिश की। वीडियो को इस तरह से दर्शाया जाने लगा जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होने लगी। इससे माहौल तनावपूर्ण होने लगा। इस बीच पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की।

पुलिस ने बताया गाजियाबाद वायरल वीडियो का सच

प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि जो बातें वीडियो के बारे में कहीं जा रही हैं, वह ठीक नहीं है। बल्कि वीडियो में जिस बुजुर्ग को दिखाया गया है, वह बुलंदशहर के रहने वाले हैं। और उनसे मारपीट की वजह भी बताई गई। पुलिस ने यह साफ किया कि पीड़ित बुजुर्ग व्यक्ति ताबीज बनाने का काम करते हैं। और हाल ही में उन्होंने लोनी बॉर्डर इलाके में रहने वाले व्यक्ति के परिवार के लिए ताबीज बनाया था। जिस मकसद से ताबीज बनाया गया था, वह मकसद पूरा नहीं हुआ, तो आरोपी ने झांसे से पीड़ित को अपने घर बुलाया, और अपने साथियों के साथ मिलकर बुजुर्गों की पिटाई की। यही नहीं उनकी दाढ़ी भी जबरन काट दी गई। पुलिस ने शुरू में ही पहले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया,और कल रात दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया था।

ट्विटर चाहता तो, नहीं फैलता तनाव
एफ आई आर में इस बात का जिक्र है कि प्रेस विज्ञप्ति जारी होने के बाद संबंधित वीडियो डिलीट कर दिया जाना चाहिए था। लेकिन माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले और अफवाह फैलाने वालों ने ऐसा नहीं किया। वीडियो जमकर रिट्वीट किया जा रहा था।इस पर ट्विटर ने भी कोई कार्यवाही नहीं की। ना ही ट्विटर ने इस वीडियो को मैनिपुलेटेड न्यूज़ का नाम दिया जो आमतौर पर अफवाह वाली झूठी खबरों को दिया जाता है। जाहिर है इसमें टि्वटर की भी पूरी जिम्मेदारी बनती थी,कि सबके सामने सही सच लाया जाए।इसलिए मुख्य रूप से ट्वीट करने वाले आरोपियों और twitter inc. और टि्वटर कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

जल्द होगी गिरफ्तारी

मामले पर राजनीति भी गरमा गई है। माना जा रहा है कि पुलिस इस मामले में जल्द गिरफ्तारी कर सकती है। इसके अलावा ट्विटर से संबंधित लोगों से भी पूछताछ होगी । बाकी जिन लोगों के नाम FIR में है वह खुद को राजनीतिक पार्टियों से जुड़ा हुआ बताते हैं।
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