नोएडा : शाम पांच बजे पीड़ित परिवार ने फोर्टिस अस्पताल में प्रेस वार्ता कर स्पष्ट कहा कि उन्हें नोएडा पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। मामले की जांच सीबीआई जांच कराए। वहीं आरोपी दरोगा विजय दर्शन पीड़ित परिवार के काफी करीबी था। वह अक्सर पर्थला खंजरपुर स्थित घर आता जाता रहता था। परिजनों ने बताया कि जितेंद्र के बड़े भाई धर्मेंद्र से आरोपी दरोगा की गहरी दोस्ती थी। धर्मेंद्र ने बताया कि कुछ दिन पहले आरोपी दरोगा विजय उसकी शॉप आया था। वहां उसने एक जोड़ी जूते खरीदे। जूते की कीमत को लेकर दरोगा उससे बहस करने लगा। इसके बाद आरोपी दरोगा उसे देख लेने की धमकी देकर वहां से चला गया।
48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी
फोर्टिस अस्पताल परिसर में रविवार शाम पांच बजे आयोजित प्रेस वार्ता की। जीतेन्द्र के बड़े भाई करमवीर ने कहा कि पुलिस ने उनके भाई का फर्जी एनकाउंटर किया। उन्होंने कहा कि पुलिस मेडल लेने के लिए फर्जी एनकाउंटर कर रही है। आरोप लगाया कि प्लानिंग के तहत उनके भी को गोली मारी गई है। करमवीर ने धमकी दी कि यदि 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
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उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन पर उन्हें भरोसा नहीं है। इस घटना की जांच सीबीआई से जांच कराई जाए। करमवीर ने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री के आश्वासन पर भी यकीन नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने दिया भरोसा
घायल के परिजनों से मिलने फोर्टिस अस्पताल पहुंचे केंद्रीय मंत्री डाक्टर महेश शर्मा ने कहा कि मामले में आरोपी दरोगा और तीन सिपाहियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी संवेदना पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ है। वह इस घटना को लेकर एसएसपी लव कुमार से बात कर रहे हैं। बताते चले कि घटना से नाराज परिजनों व ग्रामीण सुबह से ही फोर्टिस अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए। लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पीड़ित परिवार से मिलने केंद्रीय मंत्री पहुंचे। उन्होंने परिजनों को संतावना दी। साथ ही निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया।
थाना प्रभारी पर कई बार लग चुके फर्जी मुठभेड़ का आरोप
फेज 3 थाने का प्रभार संभालने के बाद जितेंद्र कुमार का कई बार बदमाशों से सामना हुआ है। इस बीच उन्होंने आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों को घायल कर पकड़ा। इसी वजह से इन पर कई बार फर्जी मुठभेड़ के भी आरोप लगते रहे हैं। ग्रेटर नोएडा स्थित एक थाने में पोस्ट रहते समय भी उन पर आरोप लग चुका है। इस कांड के बाद से एक बार फिर जितेंद्र कुमार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि डीएसपी जितेंद्र कुमार का शासन स्तर से मथुरा ट्रांसफर हो चुका है। वह जल्द ही वहां जाकर चार्ज ले सकते हैं।
सिपाहियों के साथ वसूली करता था दरोगा
सुत्रों से पता चला है कि आरोपी दरोगा विजय दर्शन रात के समय पर्थला चौकी क्षेत्र में गाड़ी रोककर खड़े होने वाले लोगों से वसूली करता था। वह गाड़ी रोककर शराब पीने वाले लोगों को पुलिस चौकी पर पकड़ ले जाता था। वहां पर उनसे पैसा लेकर उन्हें छोड़ता था। इस काम में सस्पेंड हुए सिपाही आरोपी दरोगा का साथ देते थे।