Kanpur Crime News: शॉपिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरफ्तार, आरोपी के खाते से दस लाख रुपये बरामद
Kanpur Crime News: आनलाइन शॉपिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
Kanpur Crime News: कानपुर सेें आनलाइन शॉपिंग के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। जिसमे दर्जनों लोगों से करोड़ो की ठगी की जा चुकी है। ठगी करने वाले आरोपी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया है। पूछताछ में आरापी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। क्राइम ब्रांच ने आरोपी के खाते से ठगी के दस लाख रुपये बरामद किये हैं।
आनलाइन शॉपिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया है कि अब तक दर्जनों लोगों से करोड़ो की ठगी कर चुका है। क्राइम ब्रांच ने आरोपी के खाते से ठगी के दस लाख रुपये बरामद किये हैं और उसके खाते को फ्रीज करा दिया है। पीड़ित ने बताया कि पहले एलईडी फिर लकी ड्रा में कार निकालने के नाम पर ठगी करते रहे। अब तक की जांच में पता चला है कि ये लोगों को अपना शिकार बनाकर करीब 2 करोड़ की ठगी कर चुके हैं।
यह है पूरा मामला
थाना बर्रा क्षेत्र में रहने वाले वेद प्रकाश ने करीब माह भर पहले अपने साथ ठगी की शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि 17-8-19 से 27-8-19 तक मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर के नाम से मुझसे दो ट्रांजेक्शन 28600 और 58000 रुपये करवा लिये। इस तरह से गुमराह करके अब तक मुझसे करीब 28 लाख रुपये ले लिये। उन्होंने बताया कि पहले एलईडी फिर लकी ड्रा में कार निकालने के नाम पर ठगी करते रहे।
क्राइम ब्रांच ने पकड़ा
शिकायत क्राइम ब्रांच के पास पहुंची तो गहनता से जांच शुरू हुई। पता चला कि ठगी करने वाले नोएडा में सेंड शापिंग हब में काम करने वाले लोग हैं। जो कि साल 2017 में ठगी के आरोप में बंद हो चुके है। आरोपी काल सेंटर में काम करते थे। इन लोगों ने वहीं से डेटा चुराया और फिर से लोगों को ठगने की प्रक्रिया शुरू कर दी। अब तक की जांच में इन लोगों ने काफी संख्या में लोगों को अपना शिकार बनाकर करीब 2 करोड़ की ठगी कर चुके हैं।
गाजियाबाद का है मास्टरमाइंड
क्राइम ब्रांच ने ठगी के मास्टरमाइंड को बर्रा बाइपास से दबोचा है। अभियुक्त की पहचान अजय तिवारी के रूप में हुई जो कि गाजियाबाद के विजय नगर का रहने वाला है। और मूलरूप से कस्तूरबानगर वाराणसी का रहने वाला है। उसके खाते से ठगी के दस लाख रुपये मिले हैं। क्राइमब्रांच ने खाते को फ्रीज करवा दिया है। केन्द्रीय मंत्रालय का अधिकारी बन करता था फोन। क्राइमब्रांच की जांच में पता चला कि अजय कभी मिनिस्ट्री आफ कारपोरेट अफेयर्स और तो कभी मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर्स का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता था। फोन पर वह कहता था कि जो आपके साथ फ्राड हुआ था काल सेंटर द्वारा उसकी भरपाई केन्द्र सरकार करेगी। बस आपको इसके लिए कुछ टैक्स और औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। लोग इसी झांसे में आ जाते थे।