Kanpur Crime News: क्राइम ब्रांच ने ATM हैकर गैंग को पकड़ा,सैकड़ों एटीएम कार्ड बरामद

Kanpur Crime News: कानपुर में एटीएम मशीनों को हैक करके बैंकों से ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय गैंग क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया है।

Report :  Avanish Kumar
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-08-01 01:34 GMT
क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में हैकर एटीएम गैंग

Kanpur Crime News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में एटीएम (ATM) मशीनों को हैक करके बैंकों से ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय गैंग क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया है। अब तक मिले आंकड़ों के मुताबिक यह गैंग बैंकों से 30 से 40 लाख रुपये की ठगी कर चुका है। पकड़े गये तीनों अभियुक्त जनपद जालौन के रहने वाले हैं और इनके पास से बड़ी मात्रा में एटीएम कार्ड और नकदी भी बरामद हुई है। क्राइम ब्रांच ने नौबस्ता थाना क्षेत्र से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार करके मुकदमा दर्ज कराया गया है।

क्राइम ब्रांच ने शनिवार सुबह अभियुक्तों को नौबस्ता चौराहे से दबोच लिया। खुद की घेराबंदी होने के कारण तीनों अभियुक्त शहर छोड़ने की फिराक में थे। पकड़े गये अभियुक्तों की पहचान जनपद जालौन के थाना कालपी निवासी रवि कुमार उम्र 22 वर्ष, प्रमोद कुमार उम्र 25 वर्ष और नन्द किशोर उम्र 30 वर्ष के रूप में हुई है। सभी आरोपी इंटर पास हैं।

फर्जी खाता खुलवाकर एटीएम हासिल करते थे हैकर 

पकड़े गये अभियुक्त किसी के भी नाम पर फर्जी खाता खुलवाकर उसका एटीएम हासिल कर लेते थे। यह खाते सब्जी वाले,कबाड़ी वाले या फिर कोई भी व्यक्ति जिसे पैसे की जरूरत होती थी। हैकर उसे चार से पांच हजार रुपये देकर उसकी डिटेल पर खाता खुलवा लेते थे और खाता खुलने के बाद उसका डेबिट कार्ड पिन कोड सहित ले लेते थे।

क्राइम ब्रांच ने एटीएम हैकर्स को गिरफ्तार किया


कैश निकालते समय एटीएम से करते थे छेड़खानी

एटीएम से कैश निकालते समय मशीन के कैश शटर को पकड़ कर रखते थे। कैश तो निकलकर आ जाता था लेकिन शटर से छेड़छाड़ करने से ट्रांजेक्शन डिक्लाइन का मैसेज आ जाता था। उसके बाद बैंक के टोल फ्री नं0 पर बात करके अभियुक्त शिकायत दर्ज करते थे कि बैंक खाते से पैसा कट गया है लेकिन एटीएम से पैसा नहीं निकला। इसी तरह बैकों द्वारा शिकायत का समाधान करने के क्रम में बैंक द्वारा पैसा रिफंड कर दिया जाता था।

सीवीसी के साथ लिखते थे कोड

अभियुक्तों के पास कई सारे खाते होने के कारण डेबिट कार्ड का पिन याद रखने के लिए कार्ड के सीवीसी में एक अंक जोड कर लिख देते थे, जिससे एटीएम का पिन आसानी से याद रहे। इस प्रकार एटीएम लेने के बाद यह लोग अन्य राज्यों और जिलों में

जाकर घटना को अंजाम देते थे। अभियुक्तों द्वारा दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार व उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस वारदात को अंजाम दे चुके हैं।

क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से लाखों रुपए और 206 एटीएम बरामद किए

क्राइम ब्रांच ने अभियुक्तों के पास से 5,50,000 रुपये नकद, अलग-अलग बैंकों के 206 ATM कार्ड और खातों में 3-4 लाख रुपये के करीब बैंक बैलेंस बरामद किया है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह बीते छह माह से यह काम कर रहे थे। देहात और सूनसान स्थानों पर बने एटीएम को वह अपना निशाना बनाते थे। अब तक की जांच में अभियुक्तों द्वारा करीब 30-40 लाख रुपये बैंकों से ठगी करने का मामला सामने आया है।

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