Mumbai Crime: NCB के जाल में फंसा दाऊद इब्राहिम के करीबी चिंकू पठान का गुर्गा, ड्रग तस्कर ऐसे हुआ गिरफ्तार
पकड़े गए आरोपी की पहचान मोहम्मद आरिफ हिंगोरा उर्फ आरिफ चेनू के तौर पर हुई है। वो एनसीबी के तीन मामलों में वॉन्टेड था। एनसीबी उसे चिंकू पठान की गिरफ्तारी के बाद से तलाश कर रही थी।
Mumbai Crime: अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम भले ही मुंबई पुलिस के हाथ न लगा हो लेकिन समय-समय पर उसके करीबी किसी न किसी जुर्म में पकड़े जाते हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है, जो दक्षिण मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी चिंकू पठान के मॉड्यूल का हिस्सा था।
पकड़े गए आरोपी की पहचान मोहम्मद आरिफ हिंगोरा उर्फ आरिफ चेनू के तौर पर हुई है। वो एनसीबी के तीन मामलों में वॉन्टेड था। एनसीबी उसे चिंकू पठान की गिरफ्तारी के बाद से तलाश कर रही थी। लेकिन वो फरार हो गया था।
आरिफ को पहले पठान से ड्रग्स मिलता था
बताया जा रहा है कि मुंबई में एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को इनपुट मिला था कि मोहम्मद आरिफ मुंबई के रे रोड इलाके से काम कर रहा है और कुछ समय अंडरग्राउंड रहने के बाद उसने फिर से ड्रग सप्लाई ऑपरेशन शुरू कर दिया। आरिफ को पहले पठान से ड्रग्स मिल रहे थे, लेकिन पठान की गिरफ्तारी के बाद सप्लाई चेन प्रभावित हो गई थी। इसलिए आरिफ मुंबई में एमकैट (मेफेड्रोन) की आपूर्ति के लिए सक्रिय अफ्रीकी गिरोहों से जुड़ा हुआ था।
आठ से दस साल के बच्चों का इस्तेमाल करता था आरिफ
जांच में पता चला है कि आरिफ आठ से दस साल के बच्चों को ड्रग्स सप्लाई के लिए इस्तेमाल कर रहा था। जब भी कोई ग्राहक उससे संपर्क करता, तो आरिफ उसे रे रोड के किसी स्थान पर बुलाता और फिर बच्चे के हाथों ड्रग का पैकेट ग्राहक तक भेजता था। एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह तरीका ड्रग्स प्रवर्तन एजेंसियों को धोखा देने के लिए था ताकि अगर सप्लाई के दौरान बच्चा पकड़ भी लिया जाए, तो आरिफ आराम से भागने में सफल हो सकता था।
एनसीबी की टीम ने ऐसे पकड़ा
एनसीबी की टीम ने गुरुवार तड़के जाल बिछाया और आरिफ को रे रोड से गिरफ्तार कर लिया। इसका इनपुट एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को मिले थे जिसके आधार पर, उसे 10 लाख रुपये की मेफेड्रोन की रकम के साथ पकड़ा गया। आरिफ के खिलाफ मुंबई पुलिस में कई मामले दर्ज हैं। जिनमें हत्या के प्रयास, एक महिला पुलिसकर्मी पर हमले और नशीली दवाओं से जुड़े अन्य मामले शामिल हैं।