मुन्ना बजरंगी मर्डर इफेक्ट: गैंगवार की आशंका, माफियाओं संग STF भी एलर्ट पर
लखनऊ : बागपत जेल में प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ़ मुन्ना बजरंगी शूट आऊट के बाद अपराधियों और माफियाओं के साथ सुरक्षा एजेंसियों की नींद भी हराम हो गई है। बजरंगी की ह्त्या के बाद गैंगवार की आशंकाओं के चलते एसटीएफ को एलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा एजेंसियों को गैंगवार का सब से ज़्यादा ख़तरा पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल में है। जिसके बाद एसटीएफ की वाराणसी और नोएडा यूनिट को ख़ास तौर से एलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा एजेंसियाँ 200 से ज़्यादा मोबाइल नम्बरों की निगरानी कर रही हैं। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने गैंगवार की आशंकाओं के चलते बड़े अपराधियों पर निगाह रखने का दावा किया है।
बजरंगी की हत्या ने तैयार की जमीन
मुन्ना बजरंगी हत्याकाण्ड ने यूपी में गैंगवार की नई ज़मीन तैयार कर दी है। बाँदा जेल में बंद माफिया बीएसपी विधायक मुख़्तार अंसारी के शॉर्प शूटर मुन्ना बजरंगी की ह्त्या के बाद गैंगवार की आशंकाओं के चलते अपराध जगत में खलबली है। सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया एजेंसियां भी गैंगवार की आशंकाओं के चलते सतर्क हो गई हैं। मुन्ना बजरंगी की ह्त्या का जुर्म सुनील राठी ने क़ुबूल कर लिया है। लेकिन ह्त्या की वजह को लेकर अभी भी सस्पेंस है। बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह एसटीएफ के अफसरों के साथ जौनपुर के पूर्व बसपा साँसद धनञ्जय सिंह, प्रदीप सिंह उर्फ़ पी के और कृष्णानंद राय के परिजनों पर ह्त्या का आरोप लगा चुकी हैं। इस से पहले 2016 विकासनगर में हुए मुन्ना बजरंगी के शूटर पुष्पजीत सिंह और इसी वर्ष गोमतीनगर में हुए तारीक़ हत्याकाण्ड में प्रदीप सिंह का नाम सामने आया था। मुख़्तार अंसारी गैंग के एक एक कर शूटरों की ह्त्या से गैंगवार की आशंकाएं बढ़ती जा रही हैं।
एसटीएफ के एक अफसर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है, कि माफिया विधायक मुख्तार अंसारी और वाराणसी जेल में बन्द माफिया बृजेश सिंह के बीच समझौते के चलते हाल के वर्षों में पूर्वांचल में शान्ति थी। बताया जाता है, कि देश के एक बड़े राजनेता ने दोनों के बीच काम का बंटवारा करा दिया था। लेकिन अब मुन्ना बजरंगी की ह्त्या के बाद गैंगवार की नई ज़मीन तैयार हो गई है। मुन्ना बजरंगी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की एक कॉल सुरक्षा एजेंसियों ने इंटरसेप्ट की है। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई एलर्ट पर हैं। दरअसल मैनपुरी जेल में जीवा बजरंगी की ह्त्या के बाद से ही बदले की आग में जल रहा है। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां मुख़्तार अंसारी, बृजेश सिंह, धनञ्जय सिंह और सुनील राठी गैंग के सदस्यों के 200 नम्बरों की निगरानी कर रही है।
गैंग का हर मेंबर है रडार पर
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह कहते हैं मुन्ना बजरंगी की जेल में ह्त्या के बाद रोड पर गैंगवार को रोकने के लिए एसटीएफ एलर्ट है। गैंग के सदस्यों पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि गैंगवार को रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि खुफिया रिपोर्ट्स के आधार पर जेल में बंद कई नामी शूटरों की जेल बदली जानी है। जेल बदले जाने के दौरान गैंगवार की भी आशंका है। ऐसे में अपराधी को एक जेल से दूसरे जेल शिफ्ट किये जाने के दौरान भी ख़ास एहतियात बरतने को कहा गया है।