2 दिन पूर्व सिपाही की खुदकुशी पर परिजनों का फूटा गुस्सा, पुलिस विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

Update:2018-10-15 11:47 IST

हरदोई: उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ पुलिस विभाग में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है आए दिन पुलिस विभाग में खुदकुशी की बातें सामने आ रही हैं ऐसे में हरदोई से भी एक मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है अभी 2 दिन पूर्व एक सिपाही संदीप यादव द्वारा अपने पुलिस लाइन क्वार्टर में फांसी लगाने का मामला प्रकाश में आया, कल देर रात संदीप यादव का अंतिम संस्कार हुआ जिसके बाद संदीप यादव के परिजनों का गुस्सा पुलिस विभाग पर फूट पड़ा और पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं|

एसओ द्वारा अपमानित किए जाने के बाद डिप्रेशन में था संदीप: परिजनों का आरोप

परिजनों का कहना है दो-तीन महीने पूर्व एसओ द्वारा अपमानित किए जाने के बाद डिप्रेशन में आकर संदीप यादव ने खुदकुशी करने का फैसला लिया और मृतक के भाई ने आरोप लगाया है पहले मृतक को एसओजी से जानबूझकर निकलवाया गया इसके बाद जब दोबारा वापसी करनी चाही तो इंचार्ज के सामने बेइज्जत किया गया और बहाली नहीं दी गई जिस के संबंध में संदीप यादव के परिजन और उसके भाई ने पुलिस विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं

संदीप यादव का जब शव फंदे पर लटकता हुआ मिला था सिपाही की मौत को लेकर एक सवाल पर परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा उन्होंने ऐसो अरुणेश कुमार गुप्ता के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं और अरुणेश कुमार गुप्ता मे ने करीब 5 माह पूर्व एक विवाद के बाद संदीप को एसओजी से निकलवा दिया था इसके बाद से वह लाइन हाजिर चल रहा था|

...तो मुख्यमंत्री का दरवाजा खटखटाएंगे

वही वापसी की कोशिश कर रहा था तेजतर्रार होने की वजह से कुछ दिनों पूर्व वर्तमान एसओजी इंचार्ज हरदोई आलोक सिंह ने जब एसओ सांडी से संदीप को एसओजी में लाने की बात कही तो मृतक की मौजूदगी के बीच ऐसो ने भला बुरा कहते हुए अपमानित करने के साथ ही उसे एसओजी में ना लिए जाने के लिए लिए कह दिया इस घटना के बात संदीप यादव डिप्रेशन में चला गया था शनिवार की देर रात उसने पुलिस लाइन बैरंग में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली परिजनों का कहना है कि उसे न्याय चाहिए अगर हरदोई पुलिस से न्याय नहीं मिलता है तो वह मुख्यमंत्री का दरवाजा खटखटाएंगे|

जल्द ही कार्रवाई करने की बात करते है पुलिस अधीक्षक

सिपाही संदीप यादव की मौत की वजह उसके मोबाइल में कैद होने की भी आशंका लगी हुई है लेकिन अभी तक पुलिस विभाग के द्वारा मीडिया कर्मियों को इस संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है जबकि प्रथम धृष्टता संदीप यादव की जब मौत हुई थी उसका मोबाइल ठीक सामने रखा हुआ था मौत का वीडियो शायद उसके द्वारा बनाया गया हो मौत का कारण मोबाइल में कैद हुआ हो इन तमाम सवालों को लेकर जब मीडिया कर्मी पुलिस अधीक्षक से बात करते हैं तो वह कोई भी जवाब ना देकर जल्द ही कार्रवाई करने की बात करते है|

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