सोना नहीं लाई तो बहू तो ससुराल वालों ने दे दी मौत, मायकेवालों ने पति के आंगन में किया अंतिम संस्कार

Murder for dowry: महाराष्ट्र के बारामती के सांगवी गांव में दहेज न मिलने पर बहू की हत्या करने का मामला सामने आया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Ashiki
Update: 2021-05-29 09:26 GMT

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बारामती: महाराष्ट्र (Maharashtra) के बारामती से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बारामती जिले के सांगवी गांव में दहेज (Murder for dowry) न देने पर ससुराल वालों बहू को जान से मार दिया है। मृतक विवाहिता के मायके वालों ने आरोप लगाया है कि ससुराल वाले अक्सर उनकी बेटी पर दहेज लाने का दबाव बना रहे थे, लेकिन जब दहेज नहीं मिल सका तो उनकी बेटी को जहर देकर मार डाला।

लड़की का नाम गीतांजलि बताया जा रहा है जो 21 साल की थी। लड़की की मौत से नाराज मायके वालों ने ससुराल के आंगन में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं इस मामले में बारामती तालुका पुलिस थाने (Baramati Taluka Police Station) में केस दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि 21 साल की गीतांजलि की शादी सालभर पहले ही सांगवी गांव के अभिषेक तावरे से हुई थी। बीते 24 मई को ही दोनों की शादी की पहली सालगिरह थी।

शादी की पहली सालगिरह के कुछ दिन बाद ही मिली मौत

पहली सालगिरह के कुछ दिन बाद ही पति ने गीतांजलि के मायकेवालों को फोन कर जानकारी दी कि उसने जहर खा लिया है। गीतांजलि को तत्काल बारामती के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया, जहां से उसे आगे की जांच के लिए पुणे में एक अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया गया, लेकिन मौत के जंग में हार गयी और गुरुवार सुबह 8 बजे के करीब इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।


51 तोला सोने के गहने चाहते थे ससुराल वाले

आपको बता दें कि गीतांजलि की चाची नमिता यादव ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नमिता ने बताया कि शादी में गीतांजलि को 51 तोला सोने के गहने देने देने की मांग ससुराल वालों ने की थी। घर के हालात अच्छे ना होने की वजह से ससुराल वालों की इस मांग को पूरा नहीं कर सके। शादी के कुछ दिन बाद से ही गीतांजलि के सास और ससुर ने मायके से सोने के गहने और कपड़े लाने के लिए ताने मारने शुरू कर दिए। उन्होंने बताया कि हालात खराब होने के बावजूद मायके वालों ने अब तक 25 तोला सोना दे दिया था। फिर भी ससुराल वालों का मन नहीं भरा था।

सिर्फ इतना ही नहीं, सोना लाने के लिए गीतांजलि के साथ अक्सर मारपीट भी की जाती थी, जिससे नाराज होकर गीतांजलि कुछ दिनों के लिए मायके भी चली गई थी, पर रिश्तेदारों ने उसे समझा-बुझाकर फिर ससुराल भेज दिया। 24 मई को दोनों की शादी की सालगिरह थी। मायकेवालों ने आरोप लगाया है कि केक काटकर सालगिरह मनाने के बाद गीतांजलि को उसके पति, सास-ससुर और ननद ने मारपीट की और उसे जहर देकर मारा।

रिश्तेदारों ने किया घर के आंगन में ही अंतिम संस्कार

बता दें कि गुरुवार सुबह इलाज के दौरान गीतांजलि की मौत हो गई। इसके बाद मायके वालों ने उसका अंतिम संस्कार ससुराल वालों के आंगन में ही करने का फैसला किया। इससे गांव में तनाव बढ़ गया। सुरक्षा में मद्देनजर 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए। शुक्रवार को पुणे के ससून अस्पताल में उसके शव को पोस्टमार्टम करके सांगवी गांव में लाया गया तो गुस्साए रिश्तेदारों ने घर के आंगन में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। 

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