सड़क दुर्घटनाओं में देश में चौथे स्‍थान पर कानपुर, 10 महीने में गई 543 जानें

Update: 2018-11-01 14:32 GMT

कानपुर: जिले में गुरुवार से यातायात माह का शुभारम्भ हो गया है। कानपुर डीएम ,आईजी रेंज, एसएसपी और एसपी ट्राफिक ने इसकी शुरुआत की है। यदि कानपुर में सड़क हादसों के आकड़ों पर नजर डाली जाए तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आएंगे। देश में मार्ग दुर्घटनाओं के मामले में कानपुर चौथे नंबर पर है। आकड़ों के मुताबिक कानपुर में प्रतिदिन दो लोगो की मौत होती है। विगत 01 जनवरी से 30 अक्टूबर तक कानपुर में 12,423 दुर्घटनाए हुई है, जिसमें से 995 लोग घायल हुए और 543 लोगों की मौते हुई है।

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बच्‍चे दिखाएं बड़ों को राह

डीएम ने बच्‍चों से अपील करते हुए कहा कि बच्चे अपने अभिभावकों से यातायात नियमों का पालन करने के लिए कहें और स्वयं भी यातायात नियमों का पालन करेंl समस्त वर्दी धारी सीट बेल्ट हेलमेट तथा यातायात नियमों का पालन करेंl कानपुर में 86 % लोग साक्षर हैं, उसके बाद भी नियमों का पालन करने में बड़ी लापरवाही करते हैं। जान की परवाह किए बगैर नियमों को ताक पर रखते हैं। सरकार जल्दी ही कड़े कानून पास करेगी।

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12 मुख्‍य चौराहों पर तैनात होंगे वॉलेंटियर

डीएम ने बताया कि प्रथम चरण में 12 मुख्य चौराहों जैसे घण्टाघर, बारादेवी, नौबस्ता आदि पर ट्रैफिक वॉलेंटियर, सिविल डिफेंस, एसपीओ तथा गणमान्य लोगों को तैनात किया जायेगा। ट्रैफिक उल्लंघन करने वालों की वीडियो फोटो बनाकर यूपी ट्रैफिक कानपुर ऐप तथा कानपुर ट्रैफिक फेसबुक पर अपलोड करें तथा एसपी ट्रैफिक के सीयूजी नम्बर पर भेजें। उन पर तुरंत कार्यवाही होगी।

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सब करें नियमों का पालन

आई जी आलोक सिंह ने यातायात माह का शुभारंभ करते हुए रेल बाजार ट्रैफिक पुलिस लाइन में कहा कि कानपुर में प्रतिवर्ष बड़ी संख्‍या में दुघटनाएं होती हैं। जानकारी होने के बाद भी लोग अक्‍सर लापरवाही बरतते हैं। सभी को यातायात नियमों का पालन स्वयं करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो भी एक्सीडेंट कहीं भी हो तो पुलिस को सूचना दें और पहले एक घण्टे में उसको अस्पताल पहुचा दें। उस व्यक्ति से कोई पूछ ताछ नहीं होगी। सभी ट्रैफिक सिपाहियों को मास्क दिए जाने के निर्देश दिए गए हैंl उन्होंने एसएसपी से ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी बनाने के लिए निर्देशित किया। जिसमें पुलिस, आरटीओ, नगर निगम के साथ साथ विभिन्न संगठनों के लोग शामिल होंगे।

वाहन चलाते समय मोबाइल इस्‍तेमाल न करें

जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त ने कहा कि शहर वासियों से अनुरोध है कि अपने जान की परवाह कंरे और वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। हेलमेट चालान बचाने का यंत्र नहीं बल्कि जान बचाने का है। हेलमेट लगाकर ही वाहन चलाएं तथा ट्रैफिक नियमों का पूर्णतया पालन करें। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस हमें अपने स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए ड्यूटी करती है। सभी को धैर्य के साथ ट्रैफिक लाइट पर रुकने तथा नियमों का पालन करना है। उन्होंने हल्द्वानी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर दो पहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के नहीं चलते हैं। अब तो पीछे बैठने वाले व्यक्ति भी हेलमेट पहनते हैं। हेलमेट पहनना कोई मजबूरी नहीं है, हेलमेट हमारी सुरक्षा के लिए ही है।

एसपी सुशील कुमार ट्रैफिक ने कहा कि जनपद कानपुर नगर में 2017 में 10568 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। जिनमें 1199 लोग घायल हुए, 682 की मृत्यु हुई। वहीं जनवरी 2018 से 30 अक्टूबर 2018 तक 12423 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। जिनमें 995 लोग घायल तथा 543 लोगों की मृत्यु हुई। ये सब दुर्घटनाएं अधिकतर लापरवाही के कारण हुईं। लोग वाहन चलाते हुए नियमो का पालन करें।

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