Sonbhadra Naxalite Attack: नक्सलियों ने खूब मचाया उत्पात, कई वाहनों को किया आग के हवाले

Sonbhadra Naxalite Attack: सोनभद्र जिले में धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत घघरी गांव में नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाया।

Published By :  Divyanshu Rao
Update:2021-07-25 14:57 IST

नक्सलियों ने डीजल डालकर ट्रकों को जला दिया (डिजाइन फोटो:न्यूज़ट्रैक)

Sonbhadra Naxalite Attack:: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र (Sonbhadra) जिले में विंढमगंज सीमा से सटे झारखंड राज्य में महज पांच किलोमीटर दूर स्थित गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत घघरी गांव में नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाया। बताया जा रहा है कि नकाबपोश की शक्ल में पहुंचे आधा दर्जन हथियारबंद नक्सलियों ने रात डेढ़ बजे के करीब छत्तीसगढ़ से झारखंड को जोड़ने वाले एक प्रमुख मार्ग का निर्माण करा रही कंपनी वीआरएस के घघरी स्थित कैंप पर धावा बोलकर कई वाहनों को आग लगा दी।

नक्सलियों ने कई वाहनों को  क्षतिग्रस्त कर दिया है। नक्सलियों ने वहां मौजूद कई लोगों के साथ मारपीट की। करीब आधे घंटे तक जमकर उत्पात मचाने के बाद। मिले बिना पहुंचाने पर और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देते हुए चले गए।

सड़क निर्माण करा रही कंपनी की साइड पर नक्सलियों ने धावा बोला

बता दें कि वीआरएस कंपनी छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज से लेकर झारखंड के धुरकी होते हुए विंधमगंज बॉर्डर से सटे बिलासपुर तक सड़क का निर्माण करा रही है। बिलासपुर आकर या सड़क झारखंड की राजधानी रांची से उत्तर प्रदेश होते हुए मध्य प्रदेश के रीवा तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (NH75) से जुड़ेंगी।


नक्सली पिछले कई दिनों से सड़क कंपनी से लेवी मांग रहे हैं

जानकारी के मुताबित नक्सलियों का एक समूह पिछले कई दिन से सड़क निर्माण कंपनी से लेवी मांग रहा था। चर्चाओं के मुताबिक लेवी न मिलने से खफा होकर शनिवार की रात 1:30 बजे के करीब छह सशस्त्र नक्सलियों ने सड़क निर्माण कंपनी के घघरी गांव में स्थित कैंप कार्यालय पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उस समय कैंप में कंपनी के कर्मी सो रहे थे। यह देखकर नक्सली एक वाहन के चालक को पकड़ कर कैंप ऑफिस में घुसे और वहां सो रहे सभी लोगों को बाहर निकाल कर एक जगह खड़ा कर दिया।

नक्सलियों ने डीजल डालकर वाहनों को आग के हवाले कर दिया

जिसके बाद कैंप में रखे डीजल को वाहनों पर छिड़ककर आग लगा दी। इस आगजनी में दो हाइवा, एक ग्रेडर, एक रोलर जलकर नष्ट हो गया। दो जेसीबी मशीन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दी गई। मिली जानकारी के मुताबित करीब आधे घंटे तक नक्सलियों ने खूब तांडव मचाया।

नक्सलियों ने लेवी ने देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की दी धमकी

इसके बाद जल्द लेवी ना पहुंचाने पर, और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देते हुए नक्सली वहां से चले गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। उत्तर प्रदेश की सीमा पर अलर्ट कर जगह-जगह पुलिस की टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।

घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित करती जांच टीम

एसडीपीओ ने नक्सलियों के वारदात की पुष्टि की 

उधर एसडीपीओ वंशीधर नगर प्रमोद कुमार ने नक्सलियों द्वारा वारदात किए जानें की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हथियारबंद अपराधियों द्वारा वाहनों को जलाये जानें की सूचना मिली है। मौके का मुआयना कर स्थिति की जानकारी कर ली गई है। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके के सभी थानों और पुलिस चेक पोस्टों को अलर्ट कर दिया गया है।

बॉर्डर पर होने वाली आवाजाही पर पुलिस ने रखी पैनी नजर   

बॉर्डर पर होने वाली आवाजाही पर भी नजर रखी जा रही है।  वहीं पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह मामले को लेकर  कहा कि घटना को देखते हुए बार्डर क्षेत्र में अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से आने-जाने वालों पर भी कड़ी नजर रख रखी जा रही है। किसी भी हालत में नक्सलियों को उत्तर प्रदेश की सीमा में नहीं घुसने दिया जाएगा।

नक्सलियों ने एक महीने पहले इंजीनियर का कर लिया था अपहरण

एक महीने पहले 25 जून को नक्सलियों ने वीआरएस कंपनी के खुटिया गांव में स्थित कैंप ऑफिस से साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था, जिसके बाद कंपनी में हड़कंप मच गया था। पुलिस की चार घंटे बाद की कड़ी नाकेबंदी के बाद साइड इंजीनियर को मुक्त कराया गया था।

मिली जानकारी के मुताबित नक्सलियों ने दो प्रतिशत लेवी के लिए कंपनी के साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को अगवा किया था। इसके पूर्व उन्हें कई बार उनके मोबाइल पर फोन कर भी लेवी मांगी गई थी और  लेवी न देने पर इंजीनियर को नक्सलियों ने धमकी दी थी।

नक्सलियों ने भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के नाम से नया संगठन बनाया 

बता दें कि नक्सलियों ने भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के नाम से नया संगठन बनाया है। और इसी संगठन ने नागेंद्र सिंह के अपहरण और उन्हें मुक्त करने की जिम्मेदारी ली थी। संगठन के स्वयंभू जोनल प्रभारी नितेश कुमार ने अपहरण की जिम्मेदारी लेते हुए यह दावा भी किया था कि कंपनी द्वारा लेवी नहीं दिए जानें ग्रामीणों को भूमि अधिग्रहण का सही मुआवजा न दिया जानें आदि को लेकर अपहरण किया गया था।



पुलिस ने चलाया सर्च अभियान

उत्तर प्रदेश के विंधमगंज सीमा से महज पांच किमी की दूरी पर नक्सलियों द्वारा किए गए तांडव के बाद सीमा क्षेत्र में सघन का बीन का क्रम तेज कर दिया गया है। रविवार को दोपहर से लेकर शाम चार बजे तक थाना विंढम गंज, बभनी और हाथीनाला पुलिस एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह के निर्देशन में सघन कांबिंग करते हुए जंगलों पहाड़ों और बीहड़ों की खाक छानी।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि नक्सली संचरण पर प्रभावी रोकथाम बनाए रखने, दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों से समन्वय स्थापित करते हुए जनता में सुरक्षा की भावना बनाए रखने तथ अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से नक्सल गतिविधि प्रभावित क्षेत्र में सघन कांबिंग करवाई गई।
विंढमगंज थाना क्षेत्र के पुलिस द्वारा थाना क्षेत्र के मूड़ीसेमर ,मेदनीखाड़, सुखड़ा के जंगलों में, छत्तीसगढ़ सीमा पर बभनी पुलिस द्वारा शीशटोला घघरी के जंगलो में तथा थाना हाथीनाला पुलिस द्वारा खोखा और पकदेवा के जंगलो में पीएसी फोर्स के साथ सघन कांबिंग की और नक्सली मूवमेंट की जानकारी ली।


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