खुद को बेहतर पेश करने के चक्कर में हरदोई चेयरमैनी के BJP उम्मीदवार आपस में भिड़े
हरदोई: एक कहावत है "सूत न कपास की, जुलाहों में लठम लट्ठा", ऐसा ही कुछ नज़ारा इन दिनों भाजपा में नज़र आ रहा है। दरअसल निकाय चुनाव सिर पर है और हर भाजपा का नेता चेयरमैन पद का दावेदार। लिहाज़ा खुद को सबसे बेहतर पेश करने की जद्दोजहद में साम, दाम, दंड भेद का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसी के चलते एक कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका के चेयरमैनी के दो उम्मीदवार आपस में भिड़ गए। असलहे तक निकल आए।
नेताओं के जान पर बन पड़ी, इसका वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद दोनों पक्षों के खिलाफ पुलिस ने अभियोग पंजीकृत किया है।
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क्या है पूरा मामला
अहिंसा के पुजारी गांधी जी की जयंती मनाने को एकत्र हुए भाजपाई ताकत दिखाने के चक्कर में हिंसक हो गए। शाहाबाद के निरीक्षण भवन में भाजपा की जिला मंत्री के पति और भाजयुमो मंडल अध्यक्ष के बीच रैली का मार्ग परिवर्तन होने के मुद्दे पर गाली-गलौज के बाद तमंचे निकल आए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमले का आरोप लगा शाहाबाद कोतवाली में तहरीर दी। भाजयुमो मंडल अध्यक्ष के विरुद्ध जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
गांधी जयंती पर मैराथन दौड़ व रैली निकालने का कार्यक्रम था। कार्यक्रम की शुरूआत कर शाहबाद विधायक रजनी तिवारी ने की थी। अचानक रैली का मार्ग परिवर्तन होने से कुछ लोग निरीक्षण भवन पहुंच गए। यहीं भाजपा की जिला मंत्री राधा त्रिपाठी के पति गोपाल त्रिपाठी और भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष पवन रस्तोगी के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों के बीच हाथापाई होने लगी। इसी दौरान एक पक्ष के लोगों ने लाइसेंसी हथियार तो दूसरे पक्ष के लोगों ने तमंचे निकाल लिए।
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डाक बंगले से रामवाटिका तक स्वच्छता मैराथन निकाली जानी थी, जिसके लिए भाजपाई डाक बंगले में एकत्र हुए थे। क्षेत्रीय विधायक रजनी तिवारी ने कार्यक्रम की शुरूआत हरी झंडी दिखाकर की। भाजयुमो नगर अध्यक्ष पवन रस्तोगी अपनी खुली जीप पर सवार थे। उनके साथ कई अन्य भाजपा नेता भी जीप पर सवार थे।
बताते हैं कि मैराथन में पैदल चल रहे विवेक त्रिपाठी उर्फ गोपाल त्रिपाठी ने मैराथन का रुख सिनेमा चौराहे से तहसील के लिए मोड़ दिया। भाजपाई डाक बंगले में एकत्र हुए तो इसी बात को लेकर गोपाल त्रिपाठी और पवन रस्तोगी में पहले वाद विवाद हुआ किंतु बाद में बात ज्यादा बढ़ने पर हाथापाई और गाली-गलौज भी हुई।
तमंचे भी लहराए गए, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद कुछ भाजपा नेताओं ने दोनों गुटों के लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत करने का प्रयास किया। इस बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस संबंध में विवेक त्रिपाठी उर्फ गोपाल त्रिपाठी का कहना है कि पवन रस्तोगी ने मैराथन को दो भागों में बांट दिया।
जब उन्होंने आपत्ति की तो पवन ने माउजर निकाल ली, इस पर गोपाल त्रिपाठी और उनका बेटा शुभांशु त्रिपाठी हमलावर हो गए और तमंचा निकाल लिया। पवन का आरोप है कि दोनों लोगों द्वारा की गई हाथापाई में उसकी सोने की जंजीर भी गिर गई। इस संबंध में विवेक त्रिपाठी तथा दूसरी ओर से पवन रस्तोगी ने थाने में एक दूसरे के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। जिस पर करवाई करते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।