नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में एडमिशन के लिए आवेदन खत्म हो चुका है। अब आवेदको को पहली कटऑफ का इंतजार है। एप्लिकेंट्स फर्जी डॉक्यूमेंट्स के आधार पर डीयू में एडमिशन लेने की भूल बिल्कुल भी ना करें। डीयू प्रशासन के मुताबिक, बीते सालों में फर्जी दस्तावेजों के मामले सामने आने के बाद इस बार प्रमाण पत्रों की जांच कई स्तरों से गुजरेगी।
जांच के लिए फोरेंसिक स्पेशलिस्ट की मदद
-अपने असली और मूल प्रमाण पत्रों की कॉपी ही जमा करें।
-अगर दाखिला सुनिश्चित कराने के लिए गलत दस्तावेज दिए तो आपको जेल हो सकती है।
-सबसे पहले उसे उस प्राधिकरण से चेक किया जाएगा, जहां से उसे जारी किया गया है।
-इस बार प्रमाण पत्रों की जांच के लिए शक या शिकायत मिलने पर फोरेंसिक एक्सपर्ट से मदद ली जाएगी।
गड़बड़ी होने पर एडमिशन हो सकता है रद्द
-डीयू की खासतौर से जाति प्रमाण पत्र, दिव्यांग प्रमाण पत्र पर विशेष नजर रहेगी।
-एप्लिकेंट्स के अंकपत्र की भी जांच की जाएगी।
-किसी भी डाक्यूमेंट्स में गड़बड़ी पकड़े जाने पर दाखिला रद्द कर दिया जाएगा।
-इसके साथ उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 470, 471, 474 के तहत आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाएगा।
-आरोप साबित होने पर उस में 7 साल तक की सजा का भी प्रावधान है।
30 जून से शुरू होंगे एडमिशन
-डीयू के अकेडमिक सेशन 2016-17 के लिए पहली कटऑफ के लिए एडमिशन 30 जून से शुरू हो जाएंगे।
-डीयू प्रशासन का कहना है कि छात्र अपने दस्तावेजों को अभी से तैयार करके रख लें। अगर उसमें कोई कमी है या पूरा नहीं है तो उसे भी ठीक करा लें।
-पहली कटऑफ के लिए सुबह के कॉलेजों में सुबह 9 से 1 बजे तक दाखिले किए जाएंगे।
-वहीं शाम महाविद्यालयों में यह प्रक्रिया 4 से 7 बजे तक चलेगी।