CBSE Practical Exam: 10वीं-12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आज से शुरू, पढ़ें डिटेल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आज, यानी 1 मार्च, 2021 से प्रारंभ हो गई हैं। प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 मार्च से 11 जून 2021 तक आयोजित होंगी।
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आज यानी 1 मार्च 2021 से प्रारंभ हो गई हैं। ये प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 मार्च से 11 जून 2021 तक आयोजित होंगी। स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल एग्जाम संबंधित स्कूल में ही आयोजित किए जा रहे हैं। ऐसे में बोर्ड ने स्कूलों को कोविड-19 सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रैक्टिकल परीक्षाएं कराने के आदेश दिए हैं।
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साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षा सिर्फ बोर्ड स्तर पर भेजे गए एक्सटर्नल प्रैक्टिकल एग्जामिनर की निगरानी में ही संपन्न कराई जाएगी। बोर्ड द्वारा परीक्षा पर नजर रखने के लिए आब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा प्रैक्टिकल एग्जाम पूरा होने के बाद सभी स्कूलों को स्टूडेंट्स के मार्क्स और स्टूडेंट्स व एग्जामिनर के साथ लैब का फोटो, बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे।
11 जून तक छात्रों के इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स भी बोर्ड की वेबसाइट की वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। सीबीएसई के मुताबिक प्रैक्टिकल परीक्षा किसी अन्य शिक्षक के माध्यम से कराए जाने की स्थिति में इसे रद्द कर दिया जाएगा और छात्रों को संबंधित विषय के थ्योरी परीक्षा में प्राप्त मार्क्स के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे। साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान हर स्कूल में एक्सटर्नल एग्जामिनर के साथ-साथ इंटर्नल एग्जामिनर भी मौजूद रहेंगे।
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प्रैक्टिकल एग्जाम से जुड़ी गाइडलाइंस इस प्रकार हैं-
प्रैक्टिकल एग्जाम देते वक्त छात्रों के बीच में उचित सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाए।
सभी स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल परीक्षा केंद्र में हैंड सैनिटाइजर दिया जाएगा।
लैब में स्टूडेंट्स को अपनी पानी की बोतल और मास्क लगाना आवश्यक है।
सीबीएसई की गाइडलाइंस के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 25 छात्रों के एक बैच को दो सब-ग्रुप्स में बांटा जा सकता है।
प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए हर बैच के प्रैक्टिकल के बाद लैब को सैनेटाइज किया जाएगा।
एग्जाम के बाद छात्रों को बिना समय गवाए तुरंत स्कूल परिसर से बाहर जाना होगा।
यदि कोई स्टूडेंट्स अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो उनके लिए अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर स्कूलों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।