अच्छी खबर: IITs, NITs में बड़े पैमाने पर भर्तियां, जल्द होंगी नियुक्तियां
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटीज), नैशनल इंस्टिट्यूट्स ऑफ टेक्नॉजी (एनआईटीज) और कई विश्वविद्यालयों सहित केंद्र द्वारा फंड प्राप्त करने वाले शैक्षिक संस्थानों में बड़ी संख्या में फैकल्टी के पद खाली पड़े हैं। इन खाली पदों पर सरकार अगले 15 दिन में बड़े पैमाने पर भर्ती का अभियान शुरू करेगी।
नई दिल्ली : इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटीज), नैशनल इंस्टिट्यूट्स ऑफ टेक्नॉजी (एनआईटीज) और कई विश्वविद्यालयों सहित केंद्र द्वारा फंड प्राप्त करने वाले शैक्षिक संस्थानों में बड़ी संख्या में फैकल्टी के पद खाली पड़े हैं। इन खाली पदों पर सरकार अगले 15 दिन में बड़े पैमाने पर भर्ती का अभियान शुरू करेगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया भर्ती मुहिम शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने इस मौके पर बताया कि सबसे ज्यादा 53.28 फीसदी पद नई सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में खाली पड़े हैं। इसके बाद एनआईटी में 47 फीसदी और पुराने के साथ-साथ नए आईआईटीज में 35 फीसदी से ज्यादा वेकंसी है।
भरना होगा 75 प्रतिशत पदों को
बड़ी संख्या में खाली पदों पर चिंता जताते हुए जावड़ेकर का कहना है कि संस्थानों को इस साल के अंत तक कम से कम 75 प्रतिशत पदों को भरना होगा। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, सरकार पहले वाली फैकल्टी को फिर से नियुक्त करने और इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स की मदद लेने की सोच रही है। इस साल 3 अगस्त, 2017 को मंत्रालय का ओर से संसद को प्रदत्त सूचना से पता चलता है कि स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
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एनआईटीज का बुरा हाल
पुराने आईआईटीज में 39 फीसदी वेकंसी है तो नए में थोड़ा बेहतर स्थिति है। वहां 36 फीसदी वेकंसी है। सबसे बुरा हाल एनआईटीज का है जहां 47 फीसदी पद रिक्त पड़े हुए हैं। 20 पुराने में से 14 एनआईटीज में 40 प्रतिशत या उससे भी ज्यादा खाली पद है। जबकि आठ पुराने में से चार आईआईटी में भी वेकंसी का लेवल कमोबेश इतना ही है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम्स) जैसे संस्थान में भी 26.01 प्रतिशत पद खाली हैं। आईआईएम इंदौर में 51 फीसदी और कोलकाता में 41 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं ।
हरियाणा में सबसे ज्यादा वैकेंसी
सेंट्रल यूनिवर्सिटी की बात करें तो 1 अप्रैल, 2017 तक सबसे ज्यादा 75.11 फीसदी वेकेंसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा में थे। इसी अवधि के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में 54.75 फीसदी वेकेंसी और यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद में 64 प्रतिशत वेकंसी थी।
जल्द ही होंगी भर्तियां
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में जावड़ेकर ने बताया कि सरकार हर महीने भर्ती प्रक्रिया की निगरानी कर रही है और यूनिवर्सिटीज ने भर्ती प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। उन्होंने ने कहा, 'जेएनयू में 300 वेकंसी थी जिनमें 200 पदों के लिए भर्ती की गई है। जल्द ही बाकी पदों को भी भरा जाएगा। अगले महीने डीयू के कॉलेजों में बड़े पैमाने पर इंटरव्यू होंगे।'