Good Work: यूपी के इस जिले में स्कूली बच्चों को सरकार से पहले बांटे गए ऊनी कपड़े
इटावा: यूपी के इटावा में शिक्षा विभाग ने शासन से बिना कोई बजट आये दुकानदारों से उधार में स्वेटर और जूते मोज़े लेकर बच्चो को बांटकर एक सराहनीय कार्य किया है।
ये भी पढ़ें— 68500 शिक्षक भर्ती: सरकार को राहत, कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया की जांच CBI से कराने पर लगायी रोक
शिक्षा विभाग को शासन की तरफ से अभी कोई बजट नहीं मिला है। लेकिन इटावा में बीएसए के आदेश पर प्राथमिक विधालयो में पढाने वाले शिक्षक और शिक्षिकाओं ने अपने व्यवहार पर क्षेत्र की दुकानों से बच्चो के लिए स्वेटर और जूते मोज़े उधार में लेकर बच्चो को बाँट दिए हैं।
स्वेटर जूते मोज़े मिलने से विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के चेहरे पर खुशी तो दिख रही है। लेकिन बच्चों के लिए अपने व्यवहार पर उधार स्वेटर लेकर बच्चों का तन ढकने वाली अध्यापिकाओं के चेहरे पर मायूसी दिख रही है।
ये भी पढ़ें— उर्दू पढ़ने से मना किया तो छात्रा को जड़ा थप्पड़, मासूम ने खाना-पीना छोड़ा
प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखा भदौरिया ने बताया कि 31 दिसम्बर से पहले स्कूल में छात्र छात्राओं को स्वेटर और जूते मोज़े बाँटने के निर्देश जारी हुए थे लेकिन विभाग की तरफ से कोई पैसा नहीं दिया गया था और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सभी प्रधानाध्यापिकाओं को अपने व्यवहार पर स्थानीय दुकानदारों से उधार में स्वेटर और जूते मोज़े लेकर बच्चो को देने का निर्देश जारी हुआ जिसके बाद मजबूरी में हम सभी लोगो ने स्थानीय दुकानदारों से उधार में सामान लेकर बच्चो को दिया है। अब शासन जब पैसा देगा तब हम लोग दुकानदारों का पैसा दे पाएंगे।
ये भी पढ़ें— Good News: लखनऊ मेट्रो ने लौटाया यात्री का बीस हजार नकद और एटीएम कार्ड
वहीं इस मामले पर बीएसए अजय कुमार सिंह ने बताया कि हम लोगों ने सभी बच्चों को समय से पहले पूरे जनपद में स्वेटर और जूते मोज़े बंटवा दिए हैं। और जल्द ही सभी विद्यालयों के अध्यापको का पैसा उनके खाते में भेज दिया जायेगा।