International literacy Day 2024: 8 सितम्बर को कैसे मनाया जा रहा "अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस", कब और क्यों हुई, इसकी शुरुआत
INTERNATIONAL LITERACY DAY 2024: 8 सितंबर, 1967 को, दुनिया में पहली बार अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया , जिसने एक वैश्विक स्तर शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए इसकी शुरुआत की। इस वर्ष भी इसका आयोजन खास थीम के साथ किया जा रहा है
Written By : Garima Shukla
Update:2024-09-08 11:02 IST
International Literacy Day 2024: साक्षरता के बिना किसी भी देश की कल्पना करना असम्भव है , बिना शिक्षा के वो जीवन जीना असम्भव है जैसी जीवन शैली एक आम इंसान के लिए जरूरी है I किसी भी देश का विकास भी इस बात पर तय होता है कि वहां रहने वाले लोग कितने साक्षर हैं । साक्षरता के प्रति इसी जागरूकता को बनाए रखने के लिए आज 8 सितम्बर को अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है I लेकिन इस दिवस की शुरुवात कब हुई और इस वर्ष कैसे मनाया जा रहा है "इंटरनेशनल लिटरेसी डे 2024 "
International Literacy Day: क्या है अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का उदेश्श्य
International Literacy Day: कैसे हुई अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुरूआत?
International Literacy Day:कब मनाया गया पहला अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस
8 सितंबर, 1967 को , पहली बार अंतरष्ट्रीय साक्षरता दिवस "INTERNATIONAL LITERACY डे" आयोजित किया गया I तब से लेकर आज तक हर वर्ष इसी दिन यानि (8 सितम्बर )को ही नीति निर्माताओं, चिकित्सकों और जनता को अधिक साक्षर, न्यायपूर्ण, शांतिपूर्ण और टिकाऊ समाज बनाने के लिए इस विशेष दिन को किसी खास थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है ताकि साक्षरता के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता बनी रहे IInternational Literacy Day 2024: क्या है इस वर्ष अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम?
8 सितम्बर, 2024 को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन "बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना: आपसी समझ और शांति के लिए साक्षरता" विषय के अंतर्गत किया जाएगा। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम "Promoting multilingual education: Literacy for mutual understanding and peace" तय की गई है। वैश्विक उत्सव 9 और 10 सितंबर 2024 को कैमरून के याउंडे में आयोजित किया जाएगा। इस थीम के अंतर्गत वैश्विक स्तर पर मल्टी लैंग्वेज को शिक्षा में बढ़ावा दिया जा सके I इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य लोगो को हर भाषा सीखने के लिए प्रेरित करना है I
भारत में भी साक्षरता के लिए किये जा रहे कई अभियान