KGMU ने फिर बढ़ाई एग्जाम फीस, रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने जताई नाराजगी

किंग जार्ज चिकित्सा यूनिवर्सिटी (KGMU) में परीक्षा फीस को बढ़ाए जाने पर रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी नाराजगी जताई है। रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कुलपति प्रो. रविकांत को परीक्षा शुल्क कम करने की गुजारिश की। साथ ही राज्यपाल रामनाइक को भी ज्ञापन सौप कर बढ़ी हुई परीक्षा शुल्क में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इससे पहले भी बढ़ी हुई फीस के खिलाफ केजीएमयू के एमबीबीएस और बीडीएस मेडिकोज ने कुलपति कार्यालय पर प्रदर्शन किया था।

Update: 2016-12-15 10:41 GMT

लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा यूनिवर्सिटी (KGMU) में एक बार फिर एग्जाम फीस बढ़ी। परीक्षा फीस को बढ़ाए जाने पर रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी नाराजगी जताई है। रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कुलपति प्रो. रविकांत को परीक्षा शुल्क कम करने की गुजारिश की।

साथ ही राज्यपाल रामनाइक से भी ज्ञापन सौप कर बढ़ी हुई परीक्षा शुल्क में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इससे पहले भी बढ़ी हुई फीस के खिलाफ केजीएमयू के एमबीबीएस और बीडीएस मेडिकोज ने कुलपति कार्यालय पर प्रदर्शन किया था।

क्या कहना है स्टूडेंट्स का?

-छात्रों ने कहा कि केजीएमयू वीसी अपनी मनमानी कर रहे हैं।

-उनका कहना है कि अभी पिछले साल ही फीस बढ़ी थी। एक साल बाद फिर से फीस बढ़ाने का क्या मतलब है।

-स्टूडेंट्स पर बेवजह फीस बढ़ाकर उन पर प्रेशर बना रहे हैं।

परीक्षा बेहतर बनाने का दिया तर्क

-परीक्षा को और बेहतर बनाने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने एमबीबीएस, बीडीएस समेत मेडिकोज की एक्जाम फीस साढ़े सात हज़ार रूपए से बढ़ा कर सोलह हज़ार रूपए कर दिया है।

-जिसको लेकर सभी मेंडोकोज ने केजीएमयू प्रशासन के इस फैसले पर कुलपति प्रो रविकांत से नाराजगी जताई।

-वीसी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए सभी मेंडोकोज बढ़ा हुआ परीक्षा शुल्क कम करने की मांग की थी।

-लेकिन केजीएमयू प्रशासन ने मेडिकोज की मांग को न मानते हुए परीक्षा को बेहतर बनाने का तर्क दिया था।

अचानक बढ़ी फीस से मेडिकोज नाराज

-अचानक एग्जाम फीस बढ़ने के कारण पेपर की तैयारी कर रहे मेडिकोज परेशान और नाराज है।

-जिसके बाद मेडिकोज के साथ-साथ केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी बढ़ें शुल्क के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

-केजीएमयू का कहना है कि अगर देखा जाए तो देश के तकरीबन 17 मेडिकल कॉलेज में केजीएमयू परीक्षा शुल्क को सोलह हजार करने वाला पहला संस्थान बन गया है।

-केजीएमयू प्रशासन के मेडिकोज की मांग ठुकराए जाने के बाद एसोसिएशन ने कल राज्यपाल को खत लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

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