LU: रिजल्ट से लेकर प्लेसमेंट तक की होगी समीक्षा, शैक्षिक गुणवत्ता में होगा सुधार

इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर एलयू अपनी कमियों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें दूर करने का प्रयास करेगा। इससे छात्रों की पढ़ाई, परीक्षा परिणाम और रिसर्च की क्वालिटी बेहतर हो सके। हर महीने की 5 तारीख को इसकी स्थिति से राज्य उच्च शिक्षा परिषद को जानकारी दी जाएगी। इन सभी का ऑडिट करने से एलयू में शैक्षिक गुणवत्ता के शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कहां किस तरह की दिक्कतें चल रही हैं उनकी असल स्थिति सामने होगी जिसके आधार पर भावी योजनाएं बनाई जाएगी।

Update: 2016-08-21 10:28 GMT

लखनऊ : लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) अपने छात्रों के परीक्षा परिणामों से लेकर प्लेसमेंट तक की समीक्षा करेगी। इसके लिए एलयू में एक महीने के अंदर ही अकेडमिक ऑडिट की प्रक्रिया शुरू होगी।

कमियों को दूर करने का प्रयास

-इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर एलयू अपनी कमियों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें दूर करने का प्रयास करेगी।

-इससे छात्रों की पढ़ाई, परीक्षा परिणाम और रिसर्च की क्वालिटी बेहतर हो सकेगी।

-हर महीने की 5 तारीख को इसकी स्थिति के संबंध में राज्य उच्च शिक्षा परिषद को जानकारी दी जाएगी।

-इन सभी का ऑडिट करने से एलयू में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी।

-इसके साथ ही कहां किस तरह की दिक्कतें चल रही हैं उनकी वास्तविक स्थिति सामने आ सकेगी जिसके आधार पर भावी योजनाएं बनाई जाएंगी।

व्यवस्था को सुधारने में मिलेगी मदद

दरअसल, वर्तमान में एलयू में स्टूडेंट्स की उपस्थिति का रिकॉर्ड रखने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। इसके चलते ऑडिट से वास्तविकता का पता चलेगा कि किस विभाग में कितने बेहतर तरीके से छात्रों की उपस्थिति का रिकॉर्ड रखा गया। वहीं, प्लेसमेंट भी एक चुनौती होगी। इसके साथ ही एलयू से संबद्ध कॉलेजों में बहुत से कोर्सेज का परीक्षा परिणाम काफी खराब रहता है। उन्हें सुधारने में भी मदद मिलेगी।

क्या कहते है कुलपति?

-एलयू के कुलपति प्रो. एसबी निमसे का सेवा विस्तार नवंबर में समाप्त होने जा रहा है।

-उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि जाने से पहले अकेडमिक ऑडिट को पूरा करा लें।

-यूपी विकास एजेंडा साल 2016-17 के अंतर्गत सभी यूनिवर्सिटीज का मूल्यांकन और मॉनिटरिंग कर एजुकेशनल क्वालिटी में सुधार के लिए कार्यवाही करने की बात कही गई थी।

-प्रो. निमसे ने बताया कि अकेडमिक ऑडिट में कई चीजों को देखा जाएगा। जैसे स्टूडेंट-टीचर रेशियो, विभिन्न कोर्सेज का करिकुलम, परीक्षा परिणाम, छात्रों की उपस्थिति, रिसर्च आउटपुट, विभिन्न विभागों में स्टूडेंट्स के प्लेसमेंट आदि।

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