UP Government Scheme 2025: मत्स्य पालक समुदाय के विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए मिलेगा 50,000 तक शुल्क, जानें क्या है नियम

UP Government Scheme 2025: यूपी सरकार द्वारा मत्स्य पालक समुदाय के विभिन्न कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई हेतु एक विशेष योजना संचालित की गयी है विस्तृत जानकारी यहां से ले सकते हैं;

Update:2025-01-27 11:01 IST

UP Governement Scheme 2025: Up सरकार इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर की पढ़ाई की फीस राज्य सरकार देगी।इस योजना का नाम दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूर्ति योजना है I इस योजना का लाभ इंटरमीडिएट से लेकर परा स्नातक स्तर के मत्स्यपालक समुदाय से संबंधित विद्यार्थियों को दिया जाएगा I इस स्कीम के माध्य्म से 10 से लेकर 50 हजार रुपये तक की शुल्क सरकार की तरफ से देय होगा। योजना के संचालन के लिए दिशा-निर्देशों को राज्यपाल ने प्रस्ताव जारी कर दिया गया है। योजना के दिशा-निर्देशों को राज्यपाल ने स्वीकृति दे दी है। इस संदर्भ में प्रमुख सचिव उप्र शासन के. रविन्द्र नायक ने मस्त्य विभाग को पत्र प्रेषित किया है ।

योजना के अंतर्गत मत्स्यपालक समुदाय के निषाद, रैकतार, मांझी, बिंद, धीगर, कश्यप, मत्स्य आखेटक, केवट, तुरेहा, तुराहा, मल्लाह, गोडिया, कहार के लोग आवेदन कर सकते हैं, दो लाख रुपये से कम आय वाले मत्स्य पालकों के बच्चे विभागीय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।

आय प्रमाण पत्र एवं जाति प्रमाण पत्र संलग्न करने अनिवार्य 

इसके लिए एक विशेष योग्यता निर्धारित की गयी है I एसडीएम द्वारा आय प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य तौर पर विभागीय पोर्टल पर जमा करना होगा। विशेष अनिवार्यता के अंतर्गत छात्र को पिछड़ा वर्ग, समाज कल्याण और राज्य या भारत सरकार की किसी योजना के अंतर्गत शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ दिया जा रहा है तो उसे इसके योग्य नहीं माना जाएगा I

ये होगी शुल्क प्रतिपूर्ति की योजना 

इस योजना के अंतर्गत विभिन्न स्तर के अनुसार छात्रों को शुल्क मान्य होगा, इंटरमीडिएट के छात्रों को चार वर्गों में विभाजन के अनुसार शुल्क प्रदान किया । परास्नातक स्तर से संबंधित जो अभ्यर्थी होंगे उन्हें तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए तकनीकी या फिर 50 हजार रुपये में से जो कम शुल्क होगा, उसकी भरपाई की जाएगी।

परास्नातक स्तर के गैर तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए जो शुल्क प्रदान किया जाने वाला शुल्क या फिर 30 हजार रुपये में से जो भी शुल्क कम होगा वो प्रदत्त किया जाएगा इसके अतिरिक्त स्नातक स्तर के गैर तकनीकी कोर्स के लिए जो शुल्क दिया जाएगा वो या 50 हजार रुपये में से जो भी शुल्क कम होगा, उसकी प्रतिपूर्ति होगी ।

 इंटरमीडिएट या उसके समकक्ष तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए प्रदान किया जाने वाला शुल्क या 10 हजार रुपये में से जो भी शुल्क कम होगा, उसकी प्रतिपूर्ति की जाएगी। शासकीय, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में स्ववित्त पोषित पाठयक्रमों के लिए उसी संस्थान में संचालित नियमित पााठ्यक्रम के शुल्क के अनुसार प्रदान की जाएगी ।

ये समुदाय कर सकता आवेदन 

Up सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत मत्स्यपालक समुदाय के निषाद, रैकतार, मांझी, बिंद, धीगर, कश्यप, मत्स्य आखेटक, केवट, तुरेहा, तुराहा, मल्लाह, गोडिया, कहार के लोग आवेदन करने का अवसर दिया गया है , दो लाख रुपये से कम आय वाले मत्स्य पालकों के बच्चे विभागीय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।



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