Kashmir Files Movie: कश्मीरी पंडितों की दर्दनाक कहानी 'कश्मीर फाइल्स', एक सच्ची घटना का जीवंत चित्रण
Kashmir Files Movie: -फ़िल्म का कथानक जेएनयू के एक छात्र दर्शन कुमार के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसे अपने बचपन के बारे में कुछ भी याद नहीं है। वह प्रो. राधिका मेनन (पल्लवी जोशी) से प्रभावित होकर अपने ही लोगों के नरसंहार के बारे में जानता है।
Kashmir Files Movie: करीब 32 साल पहले कश्मीरी पंडितों पर कश्मीर में आतंकवाद (terrorism in Kashmir) के काले दिनों में ढाए गए जुल्मों पर आधारित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' देशभर में रिलीज़ हो चुकी है। ये फ़िल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन (Getaway of kashmiri pandits) को सबसे पहले विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) द्वारा 2020 में बनाई गई फ़िल्म 'शिकारा' में दिखाया गया था।
विवाद (Conflict)
सिनेमाघरों में आने से पहले फिल्म कश्मीर फाइल्स को कई कानूनी झंझटों से गुजरना पड़ा था। पहले इस फिल्म के खिलाफ यूपी के एक बाशिंदे द्वारा एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसमें कहा गया था कि फिल्म के ट्रेलर में यह दर्शाया गया है कि यह फिल्म मुस्लिमों द्वारा कश्मीरी पंडितों की हत्या के बारे में है, जिससे मुस्लिम समुदाय (Muslim community) की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay high court) ने इसे खारिज कर दिया था। इस याचिका को 8 मार्च को मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एमएस कर्नी की बॉम्बे हाईकोर्ट की पीठ ने इस आधार पर खारिज कर दिया था कि आवेदक को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा जारी प्रमाण पत्र को चुनौती देनी चाहिए थी।
इस पीआईएल के बाद एक और मुकदमा इस फ़िल्म के खिलाफ दायर किया गया। ये मुकदमा कश्मीर में शहीद हुए स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने दर्ज कराया था। उन्होंने अदालत से उस दृश्य को हटाने या संशोधित करने की मांग की थी जिसमें उनके पति का चित्रण किया गया था। आरोप था कि यह चित्रण तथ्यों के विपरीत था।
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की एक अदालत ने फिल्म की रिलीज से एक दिन पहले 10 मार्च को इस फिल्म के प्रमोटरों को फिल्म में दिवंगत रवि खन्ना का चित्रण करने वाले दृश्यों को दिखाने से रोक दिया था। कोर्ट के आदेश में वादी के इस दावे को दोहराया गया कि याचिकाकर्ता के मृत पति का फिल्म का चित्रण "पूरी तरह से असंबंधित और वास्तविक तथ्यों के समान नहीं था" और रिलीज होने से पहले कुछ दृश्यों को हटाने या संशोधित करने की आवश्यकता थी।
रवि खन्ना 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में कथित रूप से जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक के नेतृत्व वाले एक समूह द्वारा मारे गए 4 भारतीय वायुसेना कर्मियों में से एक थे।
क्या है कहानी
विवेक अग्निहोत्री निर्देशित, द कश्मीर फाइल्स 32 साल पहले हुए कश्मीर पंडितों के पलायन (Getaway of kashmiri pandits) और नरसंहार (Massacre) पर आधारित है। फ़िल्म का कथानक जेएनयू के एक छात्र दर्शन कुमार के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसे अपने बचपन के बारे में कुछ भी याद नहीं है। वह प्रो. राधिका मेनन (पल्लवी जोशी) से प्रभावित होकर अपने ही लोगों के नरसंहार के बारे में जानता है।
फिल्म का भावनात्मक केंद्र पुष्कर नाथ पंडित (Pushkar Nath Pandit) (अनुपम खेर) है, जो एक शिक्षक है जिसे उसके बेटे की बेरहमी से हत्या के बाद उसके श्रीनगर घर से निकाल दिया जाता है। तीस साल बाद, उनका पोता कृष्ण (दर्शन कुमार) पुष्कर नाथ की राख को लेकर श्रीनगर वापस आता है और अपने दादा के सबसे करीबी दोस्तों (मिथुन चक्रवर्ती, पुनीत इस्सर, अतुल श्रीवास्तव) की मदद से उन काले दिनों के बारे में जानता है।
ज़ी स्टूडियोज द्वारा निर्मित यह फिल्म 2 घण्टे 50 मिनट लम्बी है। फ़िल्म में अनुपम खेर की एक्टिंग की बहुत तारीफ की जा रही है। फ़िल्म में दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी ने एक्टिंग की है।
फ़िल्म का प्रोडक्शन
14 अगस्त 2019 को विवेक अग्निहोत्री ने अपने फर्स्ट लुक पोस्टर के साथ फिल्म की घोषणा की थी। विवेक ने कहा था कि उनकी "फिल्म सबसे बड़ी मानव त्रासदियों में से एक की ईमानदार पड़ताल होगी"। निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने हिमालय में किसीएक अज्ञात स्थान पर रह कर फ़िल्म की पटकथा को लिखा। विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया था कि उन्होंने दो साल की रिसर्च के दौरान घाटी से पलायन करने वालों में से 700 से अधिक लोगों से बातचीत की थी।
- मई 2020 में अभिनेता अनुपम खेर फिल्म के मुख्य अभिनेता के रूप में कलाकारों में शामिल हुए।
- फिल्म के पहले शूटिंग शेड्यूल को कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के कारण बंद कर दिया गया था।
- बाद में विवेक अग्निहोत्री ने अभिनेता योगराज सिंह को किसान आंदोलन के दौरान भाषण देने के कारण फ़िल्म से बाहर कर दिया और उनकी जगह पुनीत इस्सर को लाया गया।
दु:खद घटना
कश्मीर फाइल्स से एक दु:खद घटना जुड़ी हुई है। इस फ़िल्म की लाइन प्रोड्यूसर सराहना ने बीते 30 जून को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। सराहना अलीगढ़ की रहने वाली थी।
इसके अलावा, मसूरी और देहरादून में फिल्म की शूटिंग के दौरान एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) की तबीयत खराब हो गई थी जबकि फिल्म के डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री सेट पर चोटिल हो गए और उनके दाएं पैर में हेयर लाइन फ्रैक्चर हो गया।