आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत पाई-पाई के लिए मोहताज, गोविंदा को दिलाया था काम
Art director Leeladhar Sawant: फिल्मी दुनिया दूर से देखने में चकाचौंध नजर आती है लेकिन यहां की हकीकत तो कुछ और ही है।;
आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत ( डिजाइन फोटो)
Art director Leeladhar Sawant: फिल्मी दुनिया दूर से देखने में चकाचौंध नजर आती है लेकिन यहां की हकीकत तो कुछ और ही होता है। यहां कब कोई कलाकार शिखर पर पहुंच जाए और कब कोई शिखर से फर्श पर आ जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। इस समय एक ऐसे ही कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा नहीं होगा।
बता दें कि दादा साहब फाल्के (Dadasaheb Phalke) अवॉर्ड से सम्मानित आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत (Leeladhar Sawant) इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। यह वहीं आर्ट डायरेक्टर है जिन्होंने गोविंदा को फिल्म हत्या में काम दिलवाने के लिए सिफारिश की थी। लेकिन आज इनकी स्थिती बहुत खराब चल रही है। इस बारें में उनकी पत्नी पुष्पा सावंत (Pushpa Sawant) ने एक मीडिया को बताया।
लीलाधर सावंत और पत्नी पुष्पा सावंत ( फोटो सोशल मीडिया)
लीलाधर की पत्नी पुष्पा सांवत ने बताया कि उनकी स्थिती काफी खराब चल रही है। जीवन यापन करना भी मुश्किल हो रहा है। खाने के लाले पड़ रहे हैं। बॉलीवुड में 25 साल आर्ट डायरेक्टर के तौर पर काम करने वाले लीलाधर बहुत बीमार और लाचार हो गए हैं। कभी लाइमलाइट में रहने वाल लीलाधर आज अंधेरें में जिंदगी जी रहे हैं। बता दें कि पुष्पा ने बॉलीवुड के सितारों से प्रार्थना की है कि उन्हें सभी लोग कई काम दिला दें और उनकी मदद के करें। वहीं पुष्पा का कहना है कि लीलाधर की दो सर्जरी हुई है। इसके साथ ही दो बार ब्रेन हैमरेज का अटैक आ चुका है। जो कुछ उनके पास जमा पूंजी था सभी कुछ खत्म हो चुका है।
कैंसर से इकलौते बेटे की मौत
आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत महाराष्ट्र के वाशिम जिले में अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। खबरों की माने तो उनका एक बेटा भी था। जो अब इस दुनिया में नहीं रहा। इस इकलौते बेटे की मौत कैंसर से हुई है। इसके अलावा उनकी एक बेटी है जिसकी अभी शादी हो चुक है। फिलहाल अभी दोनों पति-पत्नी साथ में हैं। बताया जा रहा है कि ये लोग कमरे के किराए से मिलने वाली रूपए से किसी तरह गुजारा कर रहे हैं।
लीलाधर सावंत ( फोटो सोशल मीडिया)
आपको बताते चलें कि आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत फिल्मों में स्टेज बनाते थे। उन्होंने कम से कम 177 फिल्मों में आर्ट डायरेक्शन किया है। इनके काम को देखते हुए इन्हें दादा साहेब फाल्के, फिल्मफेयर और मानिकचंद अवॉर्ड से नवाजे गए हैं।