Aryan Khan Drugs Case: आर्यन खान ड्रग्स मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने शुरू की जांच
Aryan Khan Drugs Case: आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने मानवाधिकार आयोग को दी गयी अपनी शिकायत में यह आरोप लगाए हैं कि एनसीबी के अधिकारियों ने बिना सबूत के आर्यन खान को गिरफ्तार किया था।
Aryan Khan Drugs Case: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के पुत्र आर्यन खान ( Shahrukh Khan son Aryan Khan ) को न्यायालय से जमानत तो मिल गयी है (Aryan khan ko zamanat)। लेकिन इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। आर्यन ड्रग्स केस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (national human rights) ने केस दर्ज कर इस मामले की जांच शुरु कर दी है। सूबे के रामपुर जिले के आरटीआई एक्टिविष्ट दानिश खान (RTI activist Danish Khan) की शिकायत पर यह केस दर्ज किया गया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने मानवाधिकार आयोग को दी गयी अपनी शिकायत में यह आरोप लगाए हैं कि एनसीबी के अधिकारियों ने बिना सबूत के आर्यन खान को गिरफ्तार किया था जबकि आर्यन खान इस क्रूज पार्टी में एक बतौर मेहमान के रूप में शामिल हुए थे।आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश ने अपनी शिकायत में कहा है कि गिरफ्तारी के दौरान आर्यन खान के पास से कोई भी ड्रग्स की बरामदगी नहीं हुई है। आरटीआई एक्टिविस्ट का यह भी आरोप है कि इस कि इस छापेमारी के दौरान एनसीबी तमाम लोगों को छोड़ दिया और सिर्फ आर्यन खान को ही गिरफ्तार किया है। जबकि इस क्रूज पार्टी में तमाम लोग भी शामिल थे।
गत 2 अक्टूबर को हुई थी आर्यन खान की गिरफ्तारी (Aryan Khan ki giraftari)
बॉलीवुड किंग शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी गत 2 अक्टूबर को की गई थी। क्रूज पार्टी करते हुए यह क्रूज शिप मुम्बई से गोवा जा रहा था (Mumbai Cruise ship party) । एनसीबी की छापेमारी (NCB ki chapemari) में क्रूज शिप से आर्यन खान (Aryan Khan) , अरबाज मर्चेन्ट (Arbaaz Merchant) , मुनमुन धमेचा (Munmun Dhamecha) समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हालाँकि आर्यन के पास कोई भी ड्रग्स सामिग्री नही बरामद हुई थी।
मंत्री जी रहे खूब चर्चा में
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ( Nawab Malik) इस प्रकरण में काफी चर्चा में रहे थे। वे इस प्रकरण में महज इसलिये चर्चा में रहे थे क्योंकि इन इस पूरे मामले में एनसीबी की कार्रवाही पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede par sawal) पर यह सवाल खड़ा कर दिया था कि इस क्रूज शिप पार्टी को आयोजित करवाने वाला शख्स काशिफ खान को आखिर एनसीबी ने क्यो गिरफ्तार नहीं किया?जबकि वह छापे के दौरान शिप पर ही मौजूद था। मंत्री नवाब मलिक का सीधा आरोप था कि काशिफ खान एनसीबी अधिकारी समीर वानखेडे का दोस्त है जबकि काशिफ खान फैशन टीवी इंडिया का हैड है और वह देश मे पोनोग्राफी, ड्रग्स और सेक्स रैकेट चलता है।
एनसीबी की बड़ी मुसीबतें
आर्यन खान ड्रग्स केस की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने शुरू कर दी है (NHRC started investigation Aryan Khan drugs case) । मानवाधिकार आयोग को दी अपनी शिकायतों में सोशल एक्टिविस्ट दानिश खान की पूरी कार्रवाही पर बेहद गम्भीर आरोप लगाए हैं।एनसीबी के अधिकारियों को आर्यन खान के पास से किसी भी तरह की ड्रग्स भी बरामद नहीं हुई है। इसके साथ ही एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ आर्यन को छोड़े जाने के एवज में 25 करोड़ की रिश्वत मांगे जाने के आरोपों की जांच भी मुम्बई पुलिस ने भी शुरू कर दी है।अब एनसीबी को इन दोनों की जांचों का सामना करना होगा।