Bhool Bhulaiyaa 2 | Kartik Aryan Kiara Advani | बॉक्स ऑफिस पर क्या हाल है कार्तिक के भूल भुलैया का
रिपोर्टों से पता चलता है कि भूल भुलैया 2 को लगभग अविश्वसनीय रूप से एडवांस बुकिंग मिली है। आंकड़ों की मानें तो सिर्फ एडवांस बुकिंग से फिल्म ने 7 करोड़ की नेट बढ़त बॉक्स ऑफिस पर बना ली है।
भूल भुलैया 2 को पहले दिन सिनेमाघरों में 25 फीसद से अधिक दर्शकों का प्यार मिला जिसे काफी मजबूत माना जा रहा है। फिल्म के पहले दिन बाक्स आफिस पर 12 करोड़ के लगभग कमाई करने का अनुमान लगाया गया है। रिपोर्टों से पता चलता है कि भूल भुलैया 2 को लगभग अविश्वसनीय रूप से एडवांस बुकिंग मिली है। आंकड़ों की मानें तो सिर्फ एडवांस बुकिंग से फिल्म ने 7 करोड़ की नेट बढ़त बॉक्स ऑफिस पर बना ली है।आलोचकों से सकारात्मक समीक्षा और सुबह और दोपहर के शो से दर्शकों की अच्छी प्रतिक्रिया के साथ, कार्तिक आर्यन स्टारर फिल्म एक उड़ान शुरू करने के लिए तैयार है। मॉर्निंग शो और आफ्टरनून शो में फिल्म ने लगभग 25 से 30% ऑक्यूपेंसी दर्ज की है।
बॉलीवुड फिल्में पिछले कुछ टाइम से सिनेमा जगत में कोई खास कमाल नहीं दिखा पा रही हैं। अजय देवगन, अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन, रणवीर कपूर जैसे सफल एक्टर्स भी बॉक्स ऑफिस पर अपना कमाल नहीं दिखा रहे हैं। बॉलीवुड की इसी जद्दोजहद के बीच कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी भूल भुलैया 2 के साथ बड़े पर्दे पर आ चुके हैं। कार्तिक आर्यन की पिछली दो फिल्में धमाका और लव आज कल दर्शकों को कुछ खास पसंद नही आई थी। पिछली फिल्मों के खराब अनुभव के बाद उन्हें इस फिल्म से बहुत उम्मीदें है।
आपको बता दें कि भूल भुलैया 2 अक्षय कुमार और विद्या बालन की 14 साल पहले आई फिल्म भूल भुलैया का सीक्वल है। फिल्म के अनाउंसमेंट से ही कार्तिक की तुलना अक्षय कुमार से की जा रही थी पर कार्तिक ने फिल्म के हर सीन में मेहनत की है जो कि साफ झलकती है। कार्तिक के हावभाव अक्षय की याद दिलाते हैं लेकिन कार्तिक ने अपनी खुद की भी छाप छोड़ी है। कियारा का फैशन सेंस और एक्टिंग भी अच्छी है पर सेकंड हाफ में वह कोई खास कमाल नहीं दिखा पाईं। फिल्म में तब्बू, राजपाल यादव और संजय मिश्रा की कलाकारी दमदार रही है।
कार्तिक के किरदार का नाम रूहान रंधावा उर्फ रूह बाबा है जो एक ऐसे रजवाड़ा खानदान के महल में जाते हैं जो कई सालों से बंद पड़ा है, इसके पीछे की वजह इस हवेली में रहने वाली मोंजुलिका है, फिल्म मोंजुलिक की पूरी कहानी जानने के लिए बांधे रखती है। फिल्म के निर्देशक अनीस बजमी की ये फिल्म हंसाती भी है और डराती भी है पर अनीस को अपने निर्देशन में बदलाव लाने की जरूरत है और नई कहानियां सोचने की जरूरत है।
देखना ये है कि क्या ये फिल्म बॉलीवुड की साख बचा पाएगी या हाल की बाकी फिल्मों की तरह ही रह जाती है। बहरहाल फिल्म का आगाज अच्छा है।