दीपिका पादुकोण ने कहा - महिला दिवस के अवसर पर मैं उन महिलाओं को विशेष रूप से सलाम करना चाहूंगी, जिन्होंने देश-समाज के लिए ऐसे काम किए हैं, जिससे पूरे महिला समाज का सिर ऊंचा हुआ है। मुझे इस बात का बहुत दुख होता है, जब किसी बच्चे के जन्म पर कोई यह कहता है कि आप भाग्यशाली हैं, जो आपके बेटा हुआ है। इस युग में भी ऐसी सोच रखने वाले लोगों पर मुझे तरस बाती है। मेरा मानना है कि स्त्री ईश्वर की बनाई हुई एक ऐसी रचना है, जिसके बिना पुरुष अधूरा है।मेरे डैडी को कभी इस बात के लिए अपने आपको अनलकी नहीं माना कि उनके दो बेटियां हैं, बेटा नहीं है। उन्होंने हमेशा हमें प्यार दिया। जिसका नतीजा है कि आज हम उनको सम्मान दिला रहे हैं। आज मेरे डैडी मुझ पर गर्व करते हैं। एक बेटी के तौर पर मैंने कभी उनका सिर अपनी वजह से झुकने नहीं दिया। फिर चाहे मैं किसी भी फील्ड में रहूं। मेरे डैडी ने मुझ पर हमेशा गर्व किया। वह अकसर यह बात कहते हैं कि अगर मेरी बेटियां, मेरी पत्नी और मेरी मां नहीं होतीं तो आज मैं कहीं नहीं होता। महिला दिवस के अवसर पर मैं उन महिलाओं से यह कहना चाहूंगी, जो अपने आपको कमजोर समझती हैं कि भले ही आप पुरुषों की तरह शारीरिक तौर पर बलवान नहीं हैं, लेकिन एक सच यह भी है कि आपके भीतर बहुत बड़ी ताकत है। मुझे अपने स्त्री होने पर गर्व हैं। मैं स्त्री जाति का दिल से सम्मान करती हूं, क्योंकि उसमें एक मां बनने की क्षमता होती हैं, जो पुरुषों में नहीं होती है। एक तरह से स्त्री भगवान का दूसरा रूप है।
आलिया भट्ट ने कहा- आलिया भट्ट महिलाओं को सशक्त मानने के साथ इस बात का हकदार भी मानती हैं कि उन्हें समाज में पूरा सम्मान मिले। आलिया इसके पीछे अपनी जो बातें रखती हैं, उन्हें कोई भी सुधि व्यक्ति मानने से इंकार नहीं करेगा। महिलाओं का जीवन तमाम मुश्किलों से घिरा होता है, क्योंकि उनको वो सब कुछ उतनी आसानी से नहीं मिलता, जितना कि पुरुषों को मिल जाता है। महिलाओं को अपनी बाहरी जिम्मेदारी के साथ-साथ अपने परिवार की भी जिम्मेदारी संभालनी होती है। घर- बाहर दोनों जगह मेहनत करनी होती है, दोहरी जिंदगी जीनी होती है। ज्यादा दूर मत जाइए, कोई एक्ट्रेस अगर शूटिंग पर है और अचानक उसके घर से फोन आ जाता है कि उसके बच्चे की तबीयत खराब है, वह तुरंत घर भागती है क्योंकि उसके लिए अपने बच्चे से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। कहने का मतलब यह है कि महिला एक ऐसी शख्स होती है, जो सब कुछ प्यार से, मेहनत से, खुशी से अपनों के लिए करती है, उसका क्रेडिट कभी नहीं लेती। महिला दिवस के मौके पर मैं लोगों से यही कहना चाहूंगी कि वो महिलाओं को कुछ नहीं दे सकते तो कम से कम सम्मान जरूर दे दें, जिसकी वो हकदार हैं। पर्सनली मुझे एक लड़की होने पर गर्व हैं। मैं वूमेंस-डे को पूरे जोश-खरोश से मनाती हूं अपनी गर्ल गैंग पावर के साथ।
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कंगना रानोट ने कहा- महिला दिवस के अवसर पर मैं उन सभी महिलाओं को सलाम करना चाहूंगी, जो महिला होने पर गर्व महसूस करती हैं, किसी भी तरीके से अपने आप को कमजेार नहीं समझतीं। मेरा मानना है कि स्त्री में वो शक्ति होती है, जो पुरुषों में नहीं होती। मर्द को मर्द बनाने वाली एक स्त्री यानी उसकी मां ही होती है। इसलिए हर पुरुष को संपूर्ण स्त्री जाति का सम्मान करना चाहिए। पर्सनली मंय महिलाओं को कमजोर नहीं मानती। क्योंकि अगर वो अपने पर आ जाएं तो सबकी बैंड बजाने की ताकत रखती हैं। झांसी की रानी ने तो अपने जमाने में साबित कर दिया था कि वो मर्दों से कहीं श्रेष्ठ हैं। मैंने भी अपने करियर में कई लोगों को देखा, जिन्होंने मुझे दबाने की कोशिश की लेकिन मैं दबी नहीं। इस समाज और पुरुष प्रधान फिल्म इंडस्ट्री में मैं अपनी मेहनत और अपनी शर्तों पर जी रही हूं। इतना ही नहीं, मैं एक फिल्म के लिए हीरो से ज्यादा मेहनताना लेती हूं, तो फिर आप ही बताइए, मैं स्त्री को कमजोर कैसे मान सकती हूं।
करीना कपूर खान ने कहा- मुझे अपने महिला होने पर गर्व है। महिला होने का गर्व विशेष रूप से मुझे तब ज्यादा हुआ, जब मैंने अपने बेटे तैमूर को जन्म दिया। बेटे को जन्म देकर मैंने यह जाना कि मां बनने या जन्मने का गौरव सिर्फ स्त्री को ही प्राप्त है। मैं एक बात और कहना चाहूंगी कि जिस तरह एक पुरुष की कामयाबी के पीछे एक महिला का हाथ होता है, उसी तरह एक महिला की कामयाबी के पीछे भी पुरुष का हाथ होता है, वो पुरुष उसका पिता होता है, वो पुरुष उसका प्रेमी या पति होता है या वो पुरुष जो उसका बच्चा भी होता है। कहने का मतलब यह है कि महिला और पुरुष एक-दूसरे के पूरक हैं। इसलिए दोनों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, वो उनकी ताकत होती हैं। पुरुष को कभी महिलाओं को कमजोर नहीं समझना चाहिए।
मलाइका अरोड़ा ने कहा-मैंने हमेशा अपनी जिंदगी अपने तरीके से जी है। कभी किसी को भी अपने जीवन पर हावी नहीं होने दिया। जब मैं सही होती हूं तो अकेले ही किसी भी चुनौती से टकरा जाती हूं। मैं हीरोइन नहीं बनी लेकिन एक आइटम डांसर के तौर पर मैंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। खूबसूरती मेरे लिए इस नजरिए से मायने रखती है कि इससे आपमें आत्मविश्वास जागता है। विपरीत परिस्थिति में भी आप अडिग रहती हैं, क्योंकि आपको पता है कि आप फिट हैं, स्मार्ट हैं। आप दुनिया को झुकाने की ताकत भी रखती हैं। मेरी जिंदगी में कई सारे उतार-चढ़ाव आए, जिसमें मुझे अपने दम पर सही फैसले लेने थे, मैंने लिए क्योंकि मैं आत्मविश्वास से भरपूर थी, इसलिए मैं हर स्थिति में अपने हक के लिए डटी रही। महिला दिवस के अवसर पर मैं यही कहूंगी कि अगर आपको अपने आप पर विश्वास है तो एक महिला होने के बाद भी आप दुनिया की हर बाजी जीत सकती हैं। अगर आप ने अपने आप को अबला समझा, अपने ऊपर अत्याचार सहे तो लोग आपको हमेशा दबाएंगे, परेशान करेंगे। इसलिए अपने आपको अबला न समझें, मजबूत बनें, हर मुसीबत का समझदारी से सामना करें।
शिल्पा शेट्टी ने कहा- महिला दिवस के अवसर पर सबसे पहले उन सभी महिलाओं और लड़कियों को बधाई, जो जिदंगी में कोई मकसद लेकर जीती हैं। इनका मकसद ऐसा कुछ होता है, जिसके जरिए अपने परिवार और देश का नाम रोशन करना होता है। हमारे देश में कितनी ही ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने देश का नाम ऊंचा किया है, ऐसी महिलाओं को मेरा सलाम है। कोई भी महिला जन्म से बहादुर या बुद्धिमान नहीं होती। वह एक सामान्य-सी लड़की होती है, जो अपने सपने लेकर जीती है। हर लड़की को सपने देखने चाहिए। मैं जब ‘सुपर डांसर’ शो जज करती हूं तो खासतौर पर मेरा ध्यान उन लड़कियों पर ज्यादा होता है, जो कुछ कर दिखाने का जुनून रखती हैं। कई बार इनका जोश-जुनून देखकर मुझमें भी जोश आ जाता है। पर्सनली मेरे डैडी ने या मेरी मम्मी ने कभी भी हम दोनों बहनों को इस बात का अहसास नहीं होने दिया कि हम लड़की हैं या हम यह काम नहीं कर सकते, वो नहीं कर सकते। मेरे डैडी ने हमेशा हमें लड़कों की तरह आजादी दी। अपने सपने पूरे करने का मौका दिया, उन्हीं की बदौलत हम अपना एक मुकाम बना पाए हैं। एक लड़की की कामयाबी के पीछे उसके परिवार का भी बहुत बड़ा योगदान होता है।