Chhathi Maiya Ki Aarti: छठ मैया की आरती जय छठी मईया के बिना अधूरी है पूजा

Chhath Mata Ki Aarti Lyrics: छठ पूजा के शुभ अवसर पर भक्तगढ़ छठी मैया की इस आरती के साथ करें माँ की पूजा को संपन्न

Report :  Shikha Tiwari
Update:2024-11-07 09:07 IST

Chhathi Maiya Ki Aarti Lyrics

Chhath Mata Aarti Lyrics: छठ पूजा का पावन पर्व 5 अक्टूबर 2024 से शुरू हो चुका है। तो वहीं पूजा का समापन्न 8 नवंबर 2024 को किया जाएगा। छठ पूजा का महापर्व बिहार, झारखंड और पूर्वांचल समेत कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा के पर्व पर भगवान सूर्य की और छठी मैया की पूजा की जाती है। छठ पूजा में व्रती 36 घंटों तक निर्जल व्रत रख संतान की लंबी आयु की कामना करती हैं। आखिरी दिन व्रती सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न करती हैं। तो वहीं अपनी-अपनी मनोकामना पूरी हो जाने के बाद छठ मैया की पूजा करती हैं। इस महापर्व पर बिना आरती के छठी मैया की पूजा (Chhath Mata Ki Aarti) अधूरी मानी जाती हैं। 

छठी मैया की आरती (Chhathi Maiya Ki Aarti Lyrics In Hindi)-

जय छठी मईया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥जय॥

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए॥जय॥

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥जय॥

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