Dilip Kumar: दिलीप कुमार को भाई मानते थे धर्मेंद्र, आखिरी विदाई में कह दी ये बात, अभी देखें
Dilip Kumar: लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे बॉलीवुड के दिग्गज नायक दिलीप कुमार का आखिरकार बुधवार को निधन (Dilip Kumar Death) हो गया।
Dilip Kumar: लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे बॉलीवुड के दिग्गज नायक दिलीप कुमार का आखिरकार बुधवार को निधन (Dilip Kumar Death) हो गया। 98 वर्षीय दिलीप कुमार (Dilip Kumar Age) लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस दौरान उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड के साथ ही उनके फैंस में शोक की लहर फैल गई।
बता दें कि दिलीप कुमार के निधन से बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र पूरी तरह से टूट गए है। धर्मेंद्र और दिलीप कुमार के बीच का बॉन्ड बहुत ही मजबूत था। इन दोनों के बीच सगें भाईयों जैसा प्यार और लगाव था। दिपील कुमार के मौत के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए कई स्टार्स आए। जैसे ही दिलीप की मौत की खबर धर्मेंद्र को मिली वह तुरंत उनकी अंतिम दर्शन के लिए घर पहुंच गए।
धर्मेंद्र दिलीप कुमार के पार्थिव शरीर के पास नम आंखों के साथ बैठे रहे। धर्मेंद्र की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। दिलीप कुमार की अंतिम विदाई के वक्स धर्मेंद्र की आखें पूरी तरह से नम हो चुकी थी। मास्क पहने हुए धर्मेंद्र अपने भावनाओं को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उनके चहरें पर उनका दुख साफ झलक रहा है।
दिलीप कुमार के अंतिम विदाई के दौरान धर्मेंद्र सायरा बानो के दिलासा देते हुए नजर आए। धर्मेंद्र सायरा बानो को अपनी भाभी कहते हैं। जब धर्मेंद्र दिलीप कुमार के घर जा रहे थे तो उन्होंने पैपराजी से बात की और कहा कि उनके पास कुछ भी कहने के लिए शब्द नही हैं। वहीं धर्मेंद्र ने कहा कि दिलीप कुमार मेरे भाई मेरे साथी थे। अब उनकी यादों के सहारे ही जीना होगा।
दिलीप कुमार के निधन पर धर्मेंद्र ने लिखा पोस्ट
आपको बताते चलें कि अभिनेता दिलीप कुमार की मौत ने सबको झकझोर दिया है। यह सभी जानते हैं कि वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। लेकिन उनका अचानक यू दुनिया से अलविदा कर देना किसी भारी नुकसान हुआ है। दिलीप कुमार की कम कोई पूरा नहीं कर पाएगा। वहीं उनके निधन पर धर्मेंर ने लिखा कि, वे मैं भाई के निधन से बहुत दुखी हूं। धर्मेंद्र ने आगे लिखा कि जब भी वे दिलीप कुमार के घर को देखते हैं उन्हें ऐसा लगता है जैसे मानो हज कर आया हूं।
इन फिल्मों में कर चुके हैं काम
फिल्म 'मुगले आजम' में दिलीप मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इसके अलावा उनकी पहली फ़िल्म 'ज्वार भाटा' थी, जो 1944 में आई। 1949 में बनी फ़िल्म अंदाज की सफलता ने उन्हें प्रसिद्धी दिलाई, इस फ़िल्म में उन्होंने राज कपूर के साथ काम किया। इसके अलावा (1951) और देवदास (1955) जैसी फ़िल्मों के बाद उन्हें 'ट्रेजेडी किंग' कहा गया। उन्होंने 1961 में गंगा जमुना फ़िल्म का निर्माण भी किया, जिसमे उनके साथ उनके छोटे भाई नासिर खान ने काम किया। दिलीप कुमार सत्तर-अस्सी के दशक में हिन्दी फिल्मों में छाए रहे। अस्सी के दशक में विधाता (1982), दुनिया (1984), कर्मा (1986), इज्जतदार (1990) और सौदागर (1991) फिल्मों में अपने अभिनय से फिल्मों को हिट कराया। 1998 में बनी फ़िल्म किला उनकी आखरी फ़िल्म थी।