RRR Movie: बड़ा खुलासा आलिया भट्ट और अजय देवगन के रोल को लेकर, जाने क्या बोले निर्दशक राजामौली
फिल्म बाहुबली निर्माता एसएस राजामौली ने आरआरआर में आलिया भट्ट के रोल को लेकर बात की। कहा फिल्म में किरदार की भूमिका मायने नहीं रखती।
RRR : आगामी साल की सबसे बड़ी फिल्मों मे से एक माने जाने वाली फिल्म 'आरआरआर' (RRR) 7 जनवरी को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। फिल्म के स्टार कास्ट सिनेमाघरों में इसके रिलीज होने के पहले इसका पूरा प्रचार - प्रसार कर रहे हैं। फिल्म के प्रोमोशन के दौरान प्रसिद्ध निर्माता एसएस राजामौली ने अभिनेत्री आलिया भट्ट और अजय देवगन के रोल के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि फिल्म में दोनों बॉलीवुड सितारों का कैमियो रोल है। हालांकि राजामौली ने यह भी बताया है कि इससे अभिनेताओं के रोल की महत्ता घट नहीं जाती है।
राजामौली ने कहा एक भूमिका उसकी लंबाई पर आधारित नहीं हो सकती
जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म आरआरआर (RRR) में अभिनेता जूनियर एनटीआर (Junior NTR), राम चरण (Ram Charan) और श्रिया सरन (Shriya Saran) अहम भूमिका के किरदार में हैं। वहीं अजय देवगन (Ajay Devgan) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) का कैमियो रोल है। फिल्म में अभिनेता जूनियर एनटीआर, कोमाराम भीम और राम चरण, अल्लूरी सीताराम राजू की भूमिका निभाते दिखाई देंगे। फिल्म में आलिया के रोल के बारे में बात करते हुए एस एस राजामौली ने कहा, "एक भूमिका उसकी लंबाई पर आधारित नहीं हो सकती। आलिया भट्ट और अजय देवगन दोनों की भूमिकाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं।"
एस एस राजामौली ने वे समान रूप से महत्तवपूर्ण हैं
फिल्म निर्माता एसएस राजामौली (SS Rajamouli) ने आगे कहा, "अगर हम आरआरआर को एक शरीर के रूप में देखें, तो फिल्म में अजय सर का किरदार उसकी आत्मा है। और हम जानते हैं कि फिल्म में दो ताकतें हैं, दो पावरहाउस हैं, और अगर कोई है जिसे उन्हें संतुलित करना है, जिसके पास क्षमता और ताकत है, तो वह आलिया भट्ट द्वारा निभाई गई सीता का किरदार है।" एस एस राजामौली ने आगे कहा कि महत्व की दृष्टि से वे समान रूप से महत्तवपूर्ण हैं और कभी-कभी वो स्वयं नायकों से भी अधिक महत्वपूर्ण होते हैं।
अधिक से अधिक लोग फिल्म देखें, यही मेरा अंतिम लक्ष्य है
एस एस राजामौली (SS Rajamouli) ने आगे इस फिल्म के बारे में बात करते हुए भावनात्मक बातें कही। उन्होंने कहा, "मुझे बिजनेस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। मैं बस इतना चाहता हूं कि मेरी कहानियां ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। अधिक दर्शक अधिक पैसा लाते हैं लेकिन यह कमाई का दूसरा रास्ता नहीं है। अधिक से अधिक लोग फिल्म देखें, यही मेरा अंतिम लक्ष्य है। उदाहरण के लिए, मैं कई सालों से एनटीआर से कह रहा हूं कि उनका तेलुगु फिल्म उद्योग में एक बड़ा बाजार है, लेकिन उन्हें अन्य भाषाओं में भी काम करना चाहिए। भले ही इससे उन्हें और पैसे न मिले, लेकिन इससे वो और लोगों का दिल जीत लेंगे। पैसा एक तरफ छोड़ दो, दिल जीतना ही सब कुछ है। आपकी दौलत इस बात में है कि आपकी फिल्म देखने के लिए कितने लोग आना चाहते हैं, वहीं आपकी मुद्रा है।