The Kerala Story: इस तरह से शूट किए गए थे 'द केरल स्टोरी' के रेप, सुसाइड और गला काटने वाले सीन्स, आप भी देखिए

The Kerala Story: 'द केरल स्टोरी' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म को दर्शकों का अच्छा-खासा रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म में ऐसे कई सीन्स दिखाए गए हैं, जो काफी खतरनाक हैं, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि फिल्म में ये सीन्स कैसे शूट किए गए थे।

Update:2023-05-06 18:27 IST
The Kerala Story (Image credit: Instagram)

The Kerala Story: 'द केरल स्टोरी' कल यानी 5 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। वैसे तो यह फिल्म रिलीज ना हो, इसकी पूरी कोशिश की गई थी, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई और इसे ऑडियंस का अच्छा-खासा रिस्पॉन्स भी मिला, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में दिखाए भयानक सीन्स किस तरह से शूट किए थे। जी हां, हम जानते हैं कि इस फिल्म को देखने के बाद आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि इतने भयानक सीन्स आखिरकार शूट कैसे किए गए होंगे? तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि इस फिल्म में दिए गए खतरनाक सीन्स कैसे शूट हुए थे।

कैसे निकला 'द केरल स्टोरी' का कॉन्सेप्ट?

दरअसल, फिल्म के सिनेमैटोग्राफर प्रशांतनु महापात्रा ने 'आजतक' संग एक खास बातचीत में बताया कि कैसे उन्हें इस फिल्म का कॉन्सेप्ट मिला था। उन्होंने बताया कि डायरेक्टर सुदीप्तो सेन के साथ लव जिहाद पर उन्होंने डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। उस दौरान केरल जाकर जब उन्होंने पीड़िता के परिवार वालों से बात की तो वहीं से फिल्म का कॉन्सेप्ट निकला। उस डॉक्यूमेंट्री की भी कुछ क्लिप्स इस फिल्म में इस्तेमाल हुई हैं।

कैसे शूट हुए थे रेप, मर्डर के सीन्स?

फिल्म की शूटिंग के अनुभव को शेयर करते हुए प्रशांतनु ने बताया कि जब उन्होंने शालिनी का रेप सीन शूट किया था, तो वह कैसे शूट किया था। उन्होंने कहा, ''जहां शालिनी के साथ टेंट में लगातार मर्दों का रेप करना दिखाया जाना था। हमने उसे प्रतीकात्मक अंदाज में पेश किया। टेंट की लाइट के जरिए हमने वो रेप के एक्शन को शूट किया क्योंकि वो सीन एंजॉय करने वाला नहीं बल्कि परेशान करने वाला था। इसलिए हमने दर्शकों को उस सीन से अलग बनाए रखा ताकि वो केवल उसे महसूस करें न कि देखें। वहीं नीमा किरदार का जब रेप सीन दिखाते हैं, तो हम पीड़िता और रेपिस्ट को एकसाथ नहीं दिखा रहे। हमने दोनों किरदारों को अलग कर दिया। एक तरफ केवल लड़के को फ्रेम में लाकर उसके उन्माद को दर्शा रहे हैं, तो वहीं दूसरे फ्रेम में लड़की की बेबसी दिखा रहे हैं। एक साथ दिखाते, तो यह सेंसुअल हो जाता, जो हमारा मकसद नहीं था।

लद्दाख में हुई थी फिल्म की शूटिंग

प्रशांतनु ने बताया की फिल्म में सीरिया, अफगानिस्तान का बॉर्डर दिखाने के लिए उन्होंने लद्दाख में शूटिंग की थी, जहां वह 15 दिनों तक रहे थे और रोजाना 10 से 12 घंटे की शूटिंग करते थे। उन्होंने बताया, ''एक वक्त माइनस 7 तक पारा गिर गया था। कुछ सीन्स ऐसे रहे हैं, जो मेरे लिए काफी मुश्किल थे। एक सीन में जहां कैंप से शालिनी भाग रही होती है, वहां मैं भी हाथ में कैमरा लेकर भाग रहा था। एक और सीन है, जहां लड़की सुसाइड करती है, उसके लटकते पैर को हमें जिस एंगल से पेश करना था, वो मुश्किल भरा था।''

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