लखनऊ: वह अपने संगीत से संगीत प्रेमियों को तो झुमाते ही हैं उनलोगों को भी सुनने को मजबूर करते हैं जिनके जीवन में इसका कोई स्थान नहीं होता। बात हो रही है लिजेंडरी संगीतकार खय्याम की, जो अपने जीवनभर की कमाई एक ट्रस्ट को दान करने जा रहे हैं । रकम भी छोटी मोटी नहीं दस करोड़ है। यह रकम जूनियर आर्टिस्ट और तकनीशियन की मदद के लिए खर्च होगी। गुरुवार को 89 साल के हुए खय्याम ने इसकी घोषणा की। उन्होंने, खय्याम जगजीत कौर के नाम से चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया है ।
खय्याम के बारे में :
- मोहम्मद जहूर हाशिमी खय्याम हिंदी फिल्मों के बड़े संगीतकार हैं।
- उन्होंने 1953 से 1990 तक हिंदी फिल्मों में योगदान किया।
- कभी-कभी, बाजार और उमराव जान में उनके दिए संगीत को आज भी याद किया जाता है।
- खय्याम को तीन फिल्मफेयर अवार्ड मिले।
- उन्हें 2010 में लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड भी मिला।
- 2011 में उन्हें देश के तीसरे राष्ट्रीय सम्मान पदमश्री से भी नवाजा गया।
- 2007 में संगीत में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी सम्मान दिया गया।