Kota Factory Season 3 Review: कोचिंग की फैक्ट्री बन चुका है कोटा, जीतू भैया बने स्टूडेंट का सहारा
Kota Factory Season 3 Review In Hindi: जीतू भैया की कोटा फैक्ट्री सीजन 3 नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है, चलिए जानते हैं कैसी है जीतू भैया की कोटा फैक्ट्री सीजन 3
Kota Factory Season 3 Nerflix: इस समय लोगो को फिल्मों से ज्यादा वेब-सीरीज के नए सीजन का इंतजार रहता है। जिस तरह से वेब-सीरीज को लेकर दर्शको का प्यार बढ़ता जा रहा है, उसे देखते हुए यहीं लगता है, कि कुछ समय बाद बड़े-बड़े एक्टर व एक्ट्रेस भी वेब-सीरीज बनाते हुए नजर आएंगे। ऐसा होने भी लगा है, अब बहुत-से बॉलीवुड के एक्टर व एक्ट्रेस वेब-सीरीज की तरफ रूख कर चुके हैं और उनकी वेब-सीरीज को दर्शको द्वारा पसंद भी किया जा रहा है। जबसे वेब-सीरीज का दौर शुरू हुआ है, तबसे कुछ ऐसी वेब-सीरीज भी आई हैं, जिनके अगले अपकमिंग सीरीज का दर्शको को बेसब्री से इंतजार है, उसी में से एक है कोटा फैक्ट्री जिसके दो सीजन रिलीज हो चुके हैं, जो कि दर्शको को काफी पसंद आया था। जिसके बाद से दर्शकों को Kota Factory Season 3 का इंतजार था, जोकि आज खत्म हो चुका है।
कोटा फैक्ट्री सीजन 3 की काहनी क्या है? (Kota Factory Season 3 Story In Hindi )-
इस साल की सबसे चर्चित वेब-सीरीज कोटा फैक्ट्री सीजन 3 Netflix पर रिलीज कर दिया गया है। जिसमें जीतू भैया और उनके स्टूडेंट्स नजर आए हैं। तो वहीं इस बार जीतू भैया के छात्र बड़े हो चुके हैं। और उनके पास अब एक अटैम्पट बचा है, आईआईटी क्वालिफाई करने का, जीतू भैया ने बताया कि लोग उनको जीतू सर नहीं, जीतू भैया क्यों कहकर पुकारते हैं। कोटा जो कभी NEET - JEE की कोचिंग के लिए फेमस था। अब जाकर कोटा कोचिंग की फैक्ट्री बन गई है। तो वहीं जीतू भैया के स्टूडेंट अब बड़े हो चुके है।
इस बार कोटा फैक्ट्री में दिखाया गया है कि कोटा में बच्चों के कॉम्पिटिशन को लेकर इंस्टिट्यूशंस में भी किस तरह की मारामारी होती है। वहाँ हर ऑर्गेनाइजेन स्टूडेंट्स की फैक्ट्री की तरह काम करते हैं। लेकिन जीतू भैया का पढ़ाने और बच्चों को डील करने का अंदाज अलग है। जिसकी वजह से जीतू भैया पर सवाल भी उठते हैं। जिसका जवाब जीतू भैया देते हुए नजर आते हैं। और लोगो की बोलती बंद कर देते हैं।
उनसे पूछा जाता है कि - इन बच्चों के लिए जीतू भैया क्यों? जीतू सर क्यों नहीं? तब जितेंद्र कोटा में आने वाले छात्रों के मेंटल स्टेटस को लेकर बातें करते हैं। वह कहते हैं, 'मैम, क्या है कि कोटा में बच्चों के लिए सबकुछ होता है पर ये लोग सिर्फ जेईई करने वाले नहीं हैं। हमलोग भूल जाते हैं कि ये लोग 15-16 साल के बच्चे हैं। उनमें दुनियाभर की इनसिक्योरिटी है। अगर टीचर डांट दे तो बुरा मान जाते हैं। दोस्त ने कुछ कहा तो वह उनको बुरा लग जाता है। ये बच्चे हर चीज को सीरियसली लेते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जिम्मेदारी लेना बहुत बड़ी बात है जो 'जीतू सर' नहीं संभाल पाएंगे।'
जीतू भैया बताते हैं कि- इन बच्चों के लिए जीतू भैया क्यों ? जीतू सर क्यों नहीं ? तब जितेंद्र कोटा में आने वाले छात्रों के मेंटल स्टेट्स को लेकर बातें करते हैं। वह कहते हैं- मैंम, क्या है कि कोटा में बच्चों के लिए सबकुछ होता है। पर ये लोग सिर्फ जेईई करने वाले नहीं हैं। हमलोग भूल जाते हैं कि ये लोग 15-16 साल के बच्चे हैं। उनमें दुनियाभर की इनसिक्योरिटी है। अगर टीचर डांट दे तो बुरा मान जाते हैं। दोस्त ने कुछ कहा तो वह उनको बुरा लग जाता है। ये बच्चे हर चीज को सीरियसली लेते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जिम्मेदारी लेना बहुत बड़ी बात है। जो जीतू सर नहीं संभाल पाएंगे। तो वहीं इस बार जीतू भैया को मेंटर बनने का प्रस्ताव मिलता है।
इस बार जीतू भैया के छात्रों के लिए संघर्ष और भी ज्यादा बढ़ चुका है क्योंकि जीतू भैया के छात्रों के पास इस बार एक ही अटैम्पट बचा हुआ है। जेईई की परीक्षा पास करने के लिए ,यदि इस बार वो पास नहीं हुए तो फिर उनका IIT में एडमिशन का सपना अधूरा रह जाएगा। कोटा फैक्ट्री सीजन 3 (Kota Factory Season 3) की पूरी कहानी जानने के लिए आपको कोटा फैक्ट्री 3 नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम करनी होगी।
कोटा फैक्ट्री सीजन 3 रिव्यू ( Kota Factory Season 3 Review In Hindi)-
न्यूनतम लेकिन प्रभावी कहानी (Kota Factory Season 3 Story) कहने के दृष्टिकोण के साथ, यह शो वैभव पांडे की यात्रा को दर्शाता है, जो एक छोटे शहर का लड़का है, जो लाखों अन्य लोगों की तरह आईआईटी में सीट हासिल करने का सपना लेकर कोटा आता है। वह आत्म-खोज, मित्रता और प्रतिस्पर्धी शिक्षा की जटिल गतिशीलता को समझने की यात्रा पर निकलता है। यह भारत का पहला पूर्णतः ब्लैक एंड व्हाइट शो शॉट भी है।
टेस्ट सीरीज की टेंशन, रैंक का प्रेशर लेकर बच्चों को तराशने वाला कोटा बिल्कुल फैक्ट्री की तरह नजर आ रहा है। हालांकि जीतू भैया की फिलॉसफी जरा हटकर है। उन्हें छात्रों से मतलब है और वो अपने हर एक छात्र के साथ जीतू भैया बनकर लगातार मेहनत करते हैं। जीतू भैया बच्चों को ऐसा माहोल देते हैं कि बच्चों को प्रेशर फील ना हो। जीतू भैया का एक ही फंडा है- सपना देखा जाता है और लक्ष्य अचीव किया जाता है। कुल मिलाकर इस बार Kota Factory Season 3 बाकि अन्य सीजन की तुलना में और भी ज्यादा बेहतरीन हैं।
कोटा फैक्ट्री सीजन 3 कास्ट (Cast Of Kota Factory Season 3)-
कोटा फैक्ट्री के तीसरे सीजन (Kota Factory Season 3) में मयूर मोरे, अहसास चन्ना, जितेंद्र कुमार , आलम खान, रंजन राज के साथ तिलोत्तमा शोम नजर आएंगे।