हरियाणा: विद्या के मंदिर में बच्चों को तालिम के साथ अच्छा इंसान बनने की शिक्षा भी दी जाती है। लेकिन बच्चों को शिक्षित करने वाला टीचर खुद बेअदब हो तो क्या कहेंगे। ऐसा ही एक मामला है हरियाणा के बांबेपुर गांव की है। यहां के मदरसे में टीचर नुसरत अली ने चौथी क्लास के बच्चे को जंजीरों बांधकर रखते है। मदरसे में पढ़ने वाले एक बच्चे ने अपने पिता को बताया तो पिता ने शनिवार को मदरसे पहुंचकर जंजीर से बंधे बच्चो की वीडियो बना कर पुलिस को दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को छुड़वाया ।
टीचर ने कहा बच्चो को डराने के लिए बांधते है
टीचर मुबारक और शबीर से बच्चे को जंजीर में बांधने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि बच्चे मदरसे से भाग जाते है। होमवर्क भी नहीं करता। तो ऐसे में बच्चे को डराने के लिए ऐसा किया जाता है। बच्चे के पिता के बयान पर दोनों टीचरों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट सहित आईपीसी की धारा 323, 342, 506 व 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
3 साल की सजा का प्रावधान
मदरसे में पढ़ने वाले अन्य बच्चों ने बताया कि यहां पर बच्चों को बांधने के लिए स्पेशल जंजीर और ताला है। जो बच्चे रोज मदरसे नहीं आते या फिर होमवर्क न करते तो उसे इस तरह की सजा दी जाती है। बच्चों ने बताया कि सुबह बच्चे को जंजीर से बांध दिया जाता है। बच्चों को जंजीर में बांधना कानूनन जुर्म है। बच्चे को बांधना तो दूर डांटना भी गलत है। ऐसा करने वाले को जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में 3 साल की सजा और एक लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है।