भंडारकर ने पूछा राहुल गांधी से- 'क्या मुझे अभिव्यक्ति की आजादी मिल सकती है?'
मुंबई: अपनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' के लिए नागपुर में रखे संवाददाता सम्मेलन को कांग्रेस नेताओं के हंगामे के कारण मजबूरन रद्द करने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार मधुर भंडारकर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पूछा कि क्या उन्हें (भंडारकर) अभिव्यक्ति की आजादी मिल सकती है? भंडारकर को कांग्रेस नेताओं की धमकी के कारण शनिवार को पुणे में भी अपनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' के प्रचार कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था।
भंडारकर ने रविवार को ट्विटर के जरिए राहुल गांधी से पूछा कि क्या इस गुंडागर्दी को उनकी अनुमति मिली है?
राहुल गांधी के आधिकारिक अकाउंट को टैग करते हुए भंडारकर ने कांग्रेस नेता के कार्यालय को संबोधित करते हुए लिखा, "पुणे के बाद मुझे आज नागपुर में संवाददाता सम्मलेन रद्द करना पड़ा, क्या आप इस गुंडागर्दी की इजाजत देते हैं? क्या मुझे अपनी अभिव्यक्ति की आजादी मिल सकती है।"
यह फिल्म 1975-1977 के आपातकाल पर आधारित है। इसके किरदार दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके बेटे संजय गांधी से प्रेरित हैं।
इससे पहले मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के प्रमुख पहलाज निहलानी को फिल्म सेंसर किए जाने पहले उन्हें दिखाए जाने का आग्रह किया था।
सीबीएफसी ने फिल्म में 12 कट और दो जगह डिस्क्लैमर करने के सुझाव दिए हैं और भंडारकर से 'आरएसएस' व 'अकाली' जैसे शब्द हटाने के लिए कहा है।
नील नितिन मुकेश, कीर्ति कुलहरि और तोता रॉय चौधरी अभिनीत यह फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होने वाली है।