Drishyam 2 Review: पहले पार्ट से भी अच्छा, दर्शकों का मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
फिल्म को देखने के बाद आपका हैरान होना तय है। कहानी में एक दो लूप होल्स को छोड़ दिया जाए तो यह बहुत ही सिम्प्ल तरीके से बनाई गई शानदार क्राइम थ्रिलर है।
मुंबई: मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल और डायरेक्टर जीतू जोसफ की फिल्म 'दृश्यम' 2013 में रिलीज हुई थी, और सात साल के बाद इस जोड़ी ने 'दृश्यम 2' बनाकर साथ लौटी है। पहले 'दृश्यम' की कहानी जितनी सनसनीखेज थी, दूसरे पार्ट 'दृश्यम 2 ' उस लेवल को आगे लेकर जाती है। ऐसा बहुत ही कम मामलों में देखा जाता है कि सीक्वल अपने पहले पार्ट से ज्यादा पसंद किया जाता है और मोहनलाल की 'दृश्यम 2' इस मामले की बेहतरीन मिसाल है।
अलग-अलग भाषाओं
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फिल्म आने का सबसे बड़ा फायदा कि अलग-अलग भाषाओं का बेहतरीन सिनेमा देखने का अवसर मिलता है। फिर चाहे वो सबटाइटल्स की मदद से ही हो। अमेज़न प्राइम पर हाल ही में रिलीज़ हुई मलयाली फिल्म दृश्यम 2 । बॉलीवुड की हिंदी फिल्म दृश्यम जिसमें अजय देवगन थे, उससे पहले ये फिल्म मलयाली भाषा में बनी थी।अजय की फिल्म फिल्म के पहले पार्ट का हिन्दी वर्जन थी। जिसका अब दूसरा पार्ट आया है।
यह पढ़ें...कानपुर: DCM की टक्कर से ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, 3 लोगों की हुई दर्दनाक मौत
सोशल मीडिया पर बज़
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के लेजेंड मोहनलाल की इस फिल्म ने सोशल मीडिया पर बज़ बनाया हुआ है। ऐसे में ये फिल्म कैसी है और क्या पहली फिल्म जैसा कमाल इस फिल्म ने किया है। केबल ऑपरेटर जॉर्ज कुट्टी (मोहनलाल) अब एक सिनेमा थियेटर भी चलाता है, उसकी कोशिश है कि वो एक फिल्म बनाए। जिस बच्चे का कत्ल जॉर्ज कुट्टी की बेटी से गलती से हुआ था, कहानी उससे कुछ आगे बढ़ चुकी है। लेकिन पुलिस चोरी-चुपके उस केस को फिर से खंगालने में लगी रहती है। पुलिस की इसी कोशिश के दौरान लड़के की लाश मिल जाती है, जॉर्ज कुट्टी का परिवार फिर उसी तरह सवालों के घेरे में आता है जैसा कि पिछली फिल्म में हुआ था। अंत में कुछ ऐसा होता है कि पुलिस फिर एक बार खाली हाथ रह जाती है।
कॉमेडी के साथ क्लाइमेक्स का तड़का
कहानी के बारे में ज्यादा बताना इसलिए भी सही नहीं है, क्योंकि जैसे कहानी घूमाई गई है। दृश्यम के जिस सस्पेंस ने हर किसी का दिल जीता था, फिल्म की दूसरी किस्त उससे भी ज्यादा सस्पेंस लेकर आती है। जॉर्ज कुट्टी का दिमागी खेल और पुलिस को हर बार चकमा देना आपको हैरान कर देगा। हालांकि, कई बार आपको ऐसा लगेगा कि ये बिल्कुल वैसा ही हुआ है, जैसा पहली फिल्म में हुआ था। लेकिन जब केस वही है, किरदार वही है, जगह वही है तो ऐसा होना लाजिमी भी है। कहानी की खास बात ये है कि दृश्यम की पहली फिल्म जहां, जिस अंदाज में खत्म हुई थी। ये फिल्म भी अपने पूरे वक्त में उसे कायम रखती है। सस्पेंस के साथ-साथ फिल्म में कुछ सीन कॉमेडी भी है।
दृश्यम का सीक्वल दृश्यम-2 दर्शकों को रास आई
मोहनलाल को मलयाली फिल्म इंडस्ट्री का लेजेंड माना जाता है, जो इस बार भी उन्होंने साबित कर दिया है। उत्तर भारत में लोगों ने अजय देवगन वाली ही दृश्यम देख और उस काम को सराहा है।लेकिन ओरिजनल में मोहनलाल का काम उससे भी कही ज्यादा अच्छा हुआ है। मोहनलाल के अलावा उनके परिवार में पत्नी (रानी) का रोल मीना बेटी (अंजू) अंसीबा और दूसरी बेटी (अनू) ईस्थर ने निभाया है जो आपको अपने किरदारों के साथ बांधे रखेंगे।
यह पढ़ें...बंगाल के हुगली में बोले पीएम- मां, माटी मानुष कहने वालों ने नहीं किया विकास
शानदार क्राइम थ्रिलर
दृश्यम 2 की जॉर्जकुट्टी के परिवार से है। परिवार के हाथों 'दृश्यम' में एक लड़के कत्ल हो जाता है और उसके माता-पिता उसके कत्ल और उसकी लाश कहां दबाई गई है, उसके बारे में जानना चाहते हैं। जॉर्जकुट्टी अपनी फैमिली के साथ सुकून से रह रहा है। लेकिन अतीत का साया अब भी उन पर गहरा रहा है। यही नहीं, पुलिस के सायरन की आवाज से पूरा परिवार पत्ते की तरह कांपने लगता है।
लेकिन लड़के माता-पिता पैसे खर्च कर रहे हैं और अपनी ताकत का इस्तेमाल करके अपने बेटे के कत्ल और कातिल के बारे में जानना चाहते हैं। इस बार जॉर्जकुट्टी उनकी चाल में आ जाता है। उसके क्राइम के बारे में सबको पता चल जाता है। लाश भी मिल जाती है। लेकिन कहानी इतनी आसान नहीं है, फिल्म को देखने के बाद आपका हैरान होना तय है। कहानी में एक दो लूप होल्स को छोड़ दिया जाए तो यह बहुत ही सिम्प्ल तरीके से बनाई गई शानदार क्राइम थ्रिलर है।
बेहतरीन एक्टिंग
'दृश्यम 2 ' में एक्टिंग के मोर्चे पर सभी एक्टर कमाल हैं। मोहनलाल एक बेहतरीन एक्टर हैं, और उन्होंने सधे हुए अंदाज में एक्टिंग की है। जीतू जोसफ का डायरेक्शन भी अव्वल दर्जे का इस तरह, अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई फिल्म हर मायने में मनोरंजक है और एक शानदार और मैच्योर क्राइम थ्रिलर देखने वालों के लिए परफेक्ट है।