बर्थडे: जानिए क्यों इस एक्टर के पाकिस्तान आने पर मुशर्रफ ने लगाया था बैन!
मुंबई: बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और आवाज से सफलता का एक नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले एक्टर फिरोज खान का आज जन्मदिन है। उनकी कला के कद्रदान केवल इंडिया में ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्कों में भी है। वे अपनी बेबाकी के लिए हमेशा ही जाने जाते रहेंगे। उनके वक्त में पाकिस्तान में भी उनकी फ़िल्में खूब देखी जाती थी। लोग उनकी आवाज की नकल किया करते थे। 2006 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने फिरोज खान के पाकिस्तान आने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
newstrack.com आज आपको इस एक्टर की लाइफ से जुड़ी ऐसी ही 20 रोचक बातें बताने जा रहा है।
2.शुरुआती पढ़ाई बिशप कॉटन स्कूल में हुई। घर में पांचों भाई थे। संजय खान (टीपू सुल्तान फेम), अकबर खान (अकबर फेम, शाहरुख शाह अली खान और समीर खान। उनकी एक बहन भी थी। उनका नाम दिलशाद बीवी था।
3.पढ़ाई पूरी करने के बाद फिरोज खान हीरो बनने के लिए मुंबई चले गये। उन्हें पहला मौका 1960 में आई फिल्म ‘दीदी’ में मिला। इस फिल्म में वे सेकंड लीड के तौर पर थे।
4.फिरोज खान की पहली हिट फिल्म ‘ऊंचे लोग’ थी। डेब्यू के पांच साल बाद उन्हें हिट फिल्म नसीब हुई। इसमें वह राज कुमार और अशोक कुमार जैसे बड़े अभिनेताओँ के साथ नजर आए थे।
5.उन्होंने जल्द ही एक इंग्लिश फिल्म भी साइन कर ली। इसका टाइटल ‘टारजन गोज टु इंडिया’ था। इसमें उनकी हिरोइन सिमी ग्रेवाल थी। 1962 में आई ये फिल्म पर्दे पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। इसमें फिरोज प्रिंस रघु कुमार बने थे।
6.1969 में आई फिरोज खान की फिल्म ‘आदमी और इंसान’ के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
7.उन्होंने कई स्मॉल बजट फिल्में भी कीं। इसमें सिर्फ एक सपेरा एक लुटेरा का ही जिक्र किया जा सकता है। इसके हिट गाने हम तुमसे जुदा होके के चलते।
8.फिरोज खान को जल्द ही समझ आ गया कि फिल्मी किस्मत में प्रॉड्यूसर का रोल अहम होता है। नतीजतन, 1971 में उन्होंने फिल्में प्रॉड्यूस करना शुरू कर दिया। पहली फिल्म थी अपराध। इसमें जर्मनी में होने वाली कार रेसिंग के सीन दिखाए गए। फिल्म में उनके साथ थीं मुमताज।
9.फिरोज खान के भाई संजय खान भी इंडस्ट्री में हीरो बनने आ गए थे। दोनों उपासना, मेला और नागिन जैसी हिट फिल्मों में साथ नजर आए।
10. 1975 में आई धर्मात्मा। इसने फिरोज का बतौर प्रॉड्यूसर बॉलीवुड में पांव जमा दिया। फिल्म के लीड हीरो भी फिरोज ही थे और डायरेक्टर भी वहीं थे। यह पहली ऐसी फिल्म थी, जो पूरी तरह अफगानिस्तान में शूट हुई। इसमें उनके साथ रेखा, हेमा मालिनी, प्रेमनाथ और डैनी भी थे। ये फिल्म ‘द गॉडफादर से प्रभावित थी’।
11.फिरोज खान ने भाषाई सिनेमा के प्रति अपने लगाव को जताते हुए एक पंजाबी फिल्म में भी काम किया। इसका नाम था ‘भगत धन्ना जाट’।
12. 1980 में आई फिरोज खान की सबसे बड़ी हिट फिल्म- कुर्बानी रही। इसमें जीनत अमान के अलावा विनोद खन्ना भी उनके साथ लीड रोल में थे। इस फिल्म ने पाकिस्तानी पॉप सिंगर नाजिया हसन को भी स्थापित किया। उनका गाया आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए, तो बात बन जाए धूम मचा गया।
13. 1986 में फिरोज खान की फिल्म जाबांज आई। इसमें उनके साथ थीं श्रीदेवी. अनिल कपूर और डिंपल कपाड़िया भी फिल्म का हिस्सा थे. कई आलोचक इसे फिरोज की सबसे बेहतर फिल्म बताते हैं।
14. फिरोज खान ने फिल्म बनाई यलगार। इसमें संजय दत्त और नगमा पर शूट हुआ गाना, आखिर तुम्हें गाना है हिट रहा। फिल्म में मनीषा कोईराला भी थीं. इस फिल्म के बाद फिरोज ने 11 साल का एक्टिंग ब्रेक लिया।
15. 1988 में फिरोज ने अपने बेटे फरदीन खान को लॉन्च करने के लिए फिल्म बनाई प्रेम अगन। फरदीन के अपोजिट थीं मेघना कोठारी। फिल्म फ्लॉप रही। सांत्वना बस इतनी कि बेटे को बेस्ट मेल डेब्यू की फिल्मफेयर ट्रॉफी मिल गई।
16. बेटे को स्थापित करने की एक और कोशिश के तहत फिरोज ने जानशीं नाम से फिल्म बनाई। 2003 में आई इस फिल्म को उन्होंने डायरेक्ट भी किया और खुद एक्ट भी।
17. 2007 में आई वेलकम आखिरी फिल्म थी, जिसमें फिरोज खान बतौर एक्टर नजर आए। फिल्म सुपरहिट रही।
18. 2006 में फिरोज खान के पाकिस्तान आने पर पाबंदी लगा दी गई थी। किस्सा कुछ इस तरह है कि फिरोज अपने भाई अकबर खान की फिल्म ताज महल के प्रमोशन के लिए पाकिस्तान गए हुए थे। वहां पर एक महफिल में दारूबाजी के दौरान उनकी पाकिस्तानी सिंगर और एंकर फख्र ए आलम से कहासुनी हो गई। कहा जाता है कि फिरोज ने हिंदुस्तान की तारीफ करते हुए कह दिया कि हमारे यहां हर कौम तरक्की कर रही है। और इस्लाम के नाम पर बना पाकिस्तान पिछड़ रहा है। इसके बाद पाकिस्तानी हाई कमिश्नर को निर्देश दिया गया कि इस शख्स को पाकिस्तान का वीजा न दिया जाए।
19. 1965 में फिरोज खान ने सुंदरी खान से शादी की। दोनों की पहली मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। पांच साल डेट करने के बाद शादी हुई। पहला बच्चा हुए एक बेटी, लैला खान और फिर एक बेटा, फरदीन खान। फिरोज और सुंदरी का 1985 में डिवोर्स हो गया।
20. फिरोज खान जिंदगी के आखिरी वक्त में मुंबई का मोह छोड़ बेंगलुरु में बने अपने फॉर्म हाउस में रहने के लिए चले आये। बाद में उन्हें कैंसर होने के बारे में पता चला। उनका लंबे समय तक मुंबई में इलाज चला। लेकिन कुछ खास फायदा नही हुआ। वे बाद में अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने फ़ार्म हाउस में लौट आये। यहीं 27 अप्रैल, 2009 को 69 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया।