चीनी हरकत: अमेरिका ने शुरू की जांच, डाटा लीक होने का संदेह
टिक-टॉक वीडियोे शेयरिंग ऐप चीन को डाटा भेजने के संदेह के दायरे में आ गया है। हालांकि अमेरिका ने इस चीनी ऐप के खिलाफ जांच करना शुरु कर दिया है।
नई दिल्ली : टिक-टॉक वीडियोे शेयरिंग ऐप चीन को डाटा भेजने के संदेह के दायरे में आ गया है। हालांकि अमेरिका ने इस चीनी ऐप के खिलाफ जांच करना शुरु कर दिया है। जासूसी के संदेह में अमेरिकी प्रशासन चीन की टेलीकॉम कंपनी हुआवे सहित कई प्रौद्योगिकी कंपनियों पर पहले ही रोक लगा चुका है।
यह भी देखें... खतरनाक सॉफ्टवेयर: जासूस बनकर करता हैक, 1400 से ज्यादा का डाटा लीक
इस मामले की समीक्षा
इस जांच से जुड़े नजदीकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका में विदेशी निवेश पर बनी समिति इस मामले की समीक्षा कर रही है। यह संघीय समिति राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर विदेशियों द्वारा अमेरिकी कंपनियों के अधिग्रहण की समीक्षा करती है।
ये सिक्रेट जांच सांसदों की ओर से चिंता जताए जाने के बाद शुरू हुई है। कई सांसदों ने अमेरिका में टिक-टॉक के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता जताई थी। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी सरकार के पास एप की ओर से डाटा चीन भेजे जाने के सुबूत हैं।
यह भी देखें… बेसहारा इमरान: सिर्फ 2 दिन का बचा समय, हुआ तरसे को तिनके का सहारा जैसा हाल
चीनी कंपनी बाइटडांस के प्रवक्ता ने एक ईमेल में कहा, 'हम नियामक की प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। टिक-टॉक का यह स्पष्ट रुख है कि अमेरिका में यूजर्स और नियामकों का विश्वास जीतने से ज्यादा हमारे लिए कोई उच्च प्राथमिकता नहीं है। टिक-टॉक ने किसी यूजर का डाटा चीन नहीं भेजा।'
एक रिपोर्ट में रिसर्च फर्म सेंसर टॉवर के मुताबिक, बीते 12 महीनों के दौरान टिक-टॉक एप 75 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया। ये आंकड़ा फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और स्नैपचैट को डाउनलोड किए जाने की तुलना में बहुत ज्यादा है।
यह भी देखें… लिबास क्या जाने व्यक्ति की धर्म और जात, पढ़े पूरा मामला