Karnal SDM Viral Video : करनाल एसडीएम के ट्रांसफर पर किसान ने लिखा पत्र, कहा- एसडीएम को दिया गया प्रमोशन

Karnal SDM Viral Video : किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा का ट्रांसफर कर दिया गया है। लेकिन उनके ट्रांसफर से किसान नाखुश है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-09-02 17:18 GMT

हिसार में किसानों और पुलिस के बीच झड़प (काॅन्सेप्ट फोटो: सोशल मीडिया)

Karnal SDM Viral Video : हरियाणा के करनाल में प्रदर्शन कर रहे किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा का ट्रांसफर कर दिया गया है। एसडीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए किसान काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे। लेकिन जब उनका ट्रांसफर कर दिया गया, तो अब किसान इससे नाखुश है। जिसके चलते किसानों ने प्रेस रिलीज कर अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है।

किसानों से प्रेस रिलीज जारी करते हुए ये स्पष्ट कर दिया है कि हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का उपयोग करने वाले एसडीएम को सजा नहीं सुनाई है। बल्कि उनका तबादला कर उनको सुरक्षा दी गई है। उसका ट्रांसफर कर सुरक्षा देने की कोशिश की है।

एसडीएम को प्रमोशन

किसानों में इस प्रेस रिलीज में लिखा है कि ये तो सिर्फ सुरक्षा के साथ प्रमोशन दे दिया गया है। इसे सजा तो कहा ही नहीं जा सकता। हरियाणा सरकार एक आरोपी को बचाने की विफल कोशिश कर रही है। जब तक एसडीएम के खिलाफ 6 सितंबर तक हत्या के चार्ज नहीं लगा दिए जाते, ये विरोध प्रदर्शन जारी रहने वाला है। हम सभी किसान करनाल लघु सचिवालय का घेराव करेंगे।

इसके अलावा किसानों द्वारा ये भी जानकारी दी गई है कि मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए कई मीटिंग कर ली गई हैं और कई जिलों से संपर्क साधा जा रहा है। साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि पांच सितंबर को एक ऐतिहासिक महापंचायत को अंजाम दिया जाएगा।

एसडीएम ने अपनी गलती मानते हुए मांगी थी माफी

बता दें, आयुष सिन्हा 2018 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। किसानों के प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज का हुक्म देने वाले करनाल के एसडीएम ने अपनी गलती को मानते हुए बाद में माफी मांग ली। लेकिन इसके बाद भी किसान संगठन बर्खास्तगी पर अड़े हुए थे।

इस मामले में एसडीएम के विवादित आदेश पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा कि किसानों के ऊपर लाठीचार्ज करने का फैसला एक प्रशासनिक फैसला था। हालांकि अधिकारी का आदेश सही नहीं था। अधिकारी के शब्दों का चयन नहीं ठीक था।

सीएम खट्टर ने कहा था, 'शब्दों का चयन ठीक नहीं था। हालांकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती जरूरी थी।' जब सीएम खट्टर से यह सवाल किया गया कि क्या उनकी सरकार ने करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कोई एक्शन लिया है या नहीं लिया है। 'मैंने पूरे प्रकरण पर एक रिपोर्ट मांगी है. ऐसी क्या परिस्थितियां थीं, जिनकी वजह से पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प हुई है।'

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