दिल को दुरुस्त रखना है तो कम उम्र से ही अपनाएं ये आसान उपाय
तनाव, हर वक्त थकान, अनिद्रा और अस्वस्थ होने के कई ऐसे कारण हैं जो आपको स्वस्थ्य जीवन जीने से रोकते हैं। जिसका सीधा असर आपके दिल पर पड़ता है और हृदय रोग की संभावनाएं दोगुनी बढ़ जाती हैं।
लखनऊ: तनाव, हर वक्त थकान, अनिद्रा और अस्वस्थ होने के कई ऐसे कारण हैं जो आपको स्वस्थ्य जीवन जीने से रोकते हैं। जिसका सीधा असर आपके दिल पर पड़ता है और हृदय रोग की संभावनाएं दोगुनी बढ़ जाती हैं।
ये मामले सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि हर वर्ग के लोगों (युवाओं) में भी पाए गए हैं। आपकी जीवनशैली में अच्छे बदलाव बेहद आवश्यक हैं। आगे की स्लाइड में उन उपाय के बारे में जानें जो हृदय रोग की संभावना को कम करते हैं और स्वस्थ्य जीवन की ओर बढ़ाते हैं।
साल 2015 में महानगरों में 20 से 39 साल के लोगों के बीच हृदय संबंधी रोगों के बारे में एसोचेम ने एक स्टडी की, जिसमें पाया गया कि इस उम्र के करीब 75 प्रतिशत लोगों में हृदय रोग होने के एक से अधिक कारण मौजूद हैं।
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योग या एक्सरसाइज बेहद जरुरी
स्वस्थ्य संबंधी समस्या कोई भी हो समाधान में शारीरिक गतिविधि की सलाह जरूर दी जाती है। इसके लिए किसी महंगे जिम जाने की जरुरत नहीं है।
घर पर योग कर सकते हैं और सुबह शाम टहलने से भी आप कई रोगों को खुद से दूर रख सकते हैं। अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, दिल को हेल्दी रखने के लिए हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट व्यायाम करना चाहिए।
धूम्रपान जानलेवा है
धूम्रपान के विषय में जानकारी होने के बावजूद लोग इसका प्रयोग करते हैं, जिसका मतलब है आप खुद अपने स्वास्थ्य से खेल रहे हैं। न्यू इंग्लैंड जर्नल मेडिसिन में पब्लिश एक अध्ययन के अनुसार, अगर आप धूम्रपान करने वालों के साथ रहते हैं तो हृदय रोग होने की संभावना 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
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फैमिली ट्री को समझना जरुरी
वर्ल्ड हार्ट फेडेरेशन के अनुसार अगर पुरुष संबंधी (पिता या भाई) में से किसी को 55 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक आया है या फिर महिला संबंधी (मां या बहन) में से किसी को 65 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक आया है, तो आपको हृदय रोग होने का खतरा बहुत अधिक होता है। अपने परिवार के स्वास्थ्य इतिहास के विषय में जानकारी रखना जरुरी है ताकि आप सावधान रहें।
तनाव लेना बंद करें
जीवन में तनाव आपका सबसे बड़ा दुश्मन है। वो अलग बात है कि जिंदगी में कुछ न कुछ ऐसा होता है जिसके विषय में हम अधिक चिंता करने लगते हैं और सोचते हैं लेकिन सामान्य जीवन जीने की कोशिश करें। तनाव सीधे तौर पर हार्ट अटैक का कारण नहीं बनता है लेकिन अचानक अत्यधिक तनाव कभी-कभी कार्डियोमियोपैथी (ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम) का कारण बन सकता है, जो हार्ट अटैक के बहुत करीब होता है।
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