STI Symptoms: जानें यौन संचारित संक्रमण के लक्षण और इलाज
Sexually Transmitted Symptoms: यौन संचारित लक्षण यानी कि यौन संचारित रोग जिसे हम शॉर्ट फॉर्म में STI (एसटीआई) भी कहते हैं। यौन संचारित संक्रमण भारत सहित पूरी दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है।
STI Symptoms: यौन संचारित लक्षण यानी कि यौन संचारित रोग जिसे हम शॉर्ट फॉर्म में STI (एसटीआई) भी कहते हैं। यौन संचारित संक्रमण भारत सहित पूरी दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infections) ज्यादातर यौन गतिविधि , विशेष रूप से योनि संभोग, गुदा मैथुन और मुख मैथुन से फैलते हैं । शुरुआत में इस संक्रमण में कोई लक्षण नजर नहीं आता, जिसके परिणामस्वरूप यह संक्रमण दूसरे व्यक्ति में भी आसानी फैल जाता है।
हालांकि यह कहना मुश्किल है कि यौन संचारित संक्रमण के लक्षण कितने दिन भी नजर आते हैं क्योंकि अधिकतर इससे जुड़े लक्षण कुछ दिनों या हफ़्तों में विकसित हो जाते हैं लेकिन कभी-कभी वो महीनों या हफ़्तों तक नहीं दिखते। अक्सर इसके लक्षण बेहद कम या बिल्कुल भी नहीं होते हैं, जिसके कारण ज्यादातर लोग यह जान नहीं पाते कि एसटीआई (STI) है या नहीं। एसटीआई होने की सम्भावना नजर आने पर स्थानीय एसटीआई क्लीनिक पर जाकर जांच कराना चाहिए। WHO का माने तो विश्व स्तर पर हर दिन 1 मिलियन से अधिक लोग एसटीआई से ग्रस्त होते हैं।
बता दे कि सुरक्षित यौन व्यवहार, जैसे कि कंडोम का उपयोग , कम संख्या में यौन साथी होना, और ऐसे रिश्ते में होना जिसमें प्रत्येक व्यक्ति केवल दूसरे के साथ यौन संबंध रखता है, एसटीआई के जोखिम को भी कम करता है। ज्यादातर एसटीआई का इलाज संभव हैं, इनमें सबसे आम संक्रमणों में से, सिफलिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया और ट्राइकोमोनिएसिस इलाज योग्य हैं, लेकिन एचआईवी / एड्स इलाज योग्य नहीं है। एसटीआई के 25 प्रकार हैं लेकिन इनमें से मुख्य एचआईवी (HIV), क्लैमाइडिया (Chlamydia), ट्राइकोमोनिएसिस (trichomoniasis), सिफलिस (Syphilis) आदि हैं।
क्लैमाइडिया (Chlamydia)
क्लैमाइडिया सबसे सामान्य यौन संचारित रोग (एसटीडी रोग) है। क्लैमाइडिया का फैलने का कारण क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक बैक्टीरिया है। इस संक्रमण में लक्षण आमतौर पर एक से तीन हफ्ते में दिखने लगते हैं।
क्लैमाइडिया के लक्षण (Chlamydia Symptom)
सेक्स के बाद योनि से ख़ून (vaginal bleeding)
योनि (vagina) या लिंग (penis) से स्त्राव
पेशाब करते समय दर्द
पुरुषों में अंडकोश में (testicular) दर्द
ट्राइकोमोनिएसिस (trichomoniasis)
ट्राइकोमोनिएसिस को 'ट्रिक' के नाम से भी जाना जाता है।ट्राइकोमोनिएसिस एक सामान्य एसटीआई है जो ट्राइकोमोनास वेजिनेलिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। ट्राइकोमोनिएसिस मौखिक या गुदा मैथुन, चुंबन, गले लगाने, कप, प्लेट या कटलरी, टॉयलेट सीट या तौलिये के माध्यम से नहीं हो सकता है। महिलाओं में इसके लक्षण पुरुषों से ज्यादा होती है। इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। इसके लक्षण आमतौर पर 4 हफ़्तों के अंदर दिखने लगते हैं। असुरक्षित योनि मैथुन करने से ट्राइकोमोनिएसिस हो सकता है।
ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण (trichomoniasis symptom)
योनि (vagina) और लिंग (penis) से स्त्राव
पेशाब करते समय दर्द
योनि मुख के आसपास असहजता
योनि के आसपास दर्द और खुजली हो सकती है
योनि से तेज बदबू
सिफलिस (Syphilis)
सिफिलिस एक एसटीआई है। इस रोग के होने का कारण ट्रेपोनेमा पैलिडम नामक जीवाणु होता है। यह रोग सिफिलिस से संक्रमित स्त्री-पुरुष के साथ संभोग करने से हो जाता है। ज्यादातर एक से अधिक स्त्री-पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाने वाले व्यक्ति इस रोग से पीड़ित होते हैं। यह रोग चुंबन से भी फैल सकता है। यह स्त्री-पुरुष दोनों को होता है।
सिफलिस के लक्षण (Syphilis symptoms)
चकत्ते (rash)
फ्लू के समान रोग या कहीं कहीं से बालों का झड़ना (patchy hair loss)
होंठ, जननांग और मलद्वार के आस-पास घाव
बिना खुजली वाले रैशेज जो बॉडी के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर पूरे बॉडी में फैल जाते हैं
एचआईवी (HIV)
एचआईवी यानी असुरक्षित यौन संबंध, यह संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से भी यह संचारित हो सकता है। स्टेरॉयडस या ड्रग्स लेने के लिए सुइयों को साझा करने से एचआईवी हो सकता है। एचआईवी वायरस इम्यूनिटी सिस्टम पर हमला कर उसे कमजोर बना देता है, जिससे इसकी संक्रमण अथवा रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। एचआईवी का कोई इलाज नहीं है लेकिन कुछ उपचारों द्वारा कई लोग एक लंबा और स्वस्थ जीवन जी पाते हैं। एचआईवी संक्रमण की अंतिम अवस्था एड्स (AIDS) है।
एचआईवी के लक्षण ( HIV Symptoms)
हमेशा नींद आना
वजन में कमी
बॉडी में हर जगह रैशेज
पेट में हमेशा कोई समस्या रहे